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भारत को मिला 32 वां गोल्ड मेडल

१२ अक्टूबर २०१०

कॉमनवेल्थ केलों में भारत की स्वर्णिम यात्रा निरंतर जारी है. भारतीय महिला धावकों ने देश की झोली में मंगलवार को 32 वां गोल्ड मेडल डाल कर उम्मीदों के सेंसेक्स को उछाल दे दिया. यह पदक 4X400 मीटर रिलेरेस में मिला.

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तस्वीर: AP

प्रतियोगिता के आखिरी क्षणों में अश्विनी चिदानंदा और मनदीप कौर के बेहतरीन प्रयास से महिलाओं की 4 X 400 मीटर रिले टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को 32 वां स्वर्ण पदक दिला कर भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया.
इस कामयाबी की सूत्रधार रहीं मनदीप, चिदानंदा, मनदीप कौर और सिनी जोस. हालांकि भारत की इस टीम को शुरू से ही मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. उन्होंने नाइजीरिया और इंग्लैंड की कड़ी चुनौती को ध्वस्त करके 3 मिनट 27.77 सेकंड का समय लेकर ऐथलेटिक्स में भारत को दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया. महिलाओं की चक्का फेंक में सोमवार को कृष्णा पूनिया ने गोल्ड जीता. एथलेटिक्स में पिछले 52 साल में भारत का पहला गोल्ड मेडल था.
इसके अलावा भारतीय एथलीटों ने 4 रजत पदक भी जीत लिए हैं. पुरुष और महिला वर्ग की 4 X 100 मीटर रिले टीम के अलावा रंजीत माहेश्वरी ने पुरुषों की ट्रिपल जंप में नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ और काशीनाथ नाइक ने भाला फेंक में कांस्य पदक हासिल किए. भारत ने इस तरह से ऐथलेक्टिस में अब तक 2 गोल्ड, 3 रजत और 7 कांस्य पदक हासिल कर लिए हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/निर्मल

संपादनः आभा एम