1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भारत 6 विकेट से जीता, सहवाग की सेंचुरी चूकी

१६ अगस्त २०१०

आखिरी गेंद रणदीव के हाथ में थी टीम इंडिया को भी जीत के लिए एक रन की जरूरत थी और वीरेन्द्र सहवाग को भी सेंचुरी के लिए एक रन की. सहवाग की सेंचुरी तो पूरी नहीं हुई लेकिन टीम इंडिया जरूर जीत गई. एक रन नो बॉल से मिला.

https://p.dw.com/p/Oovl
तस्वीर: AP

171 रनों का पीछा करने उतरी टीम इंडिया का लक्ष्य तो बहुत मुश्किल नहीं था लेकिन पहले तीन विकेट जल्दी जल्दी गिर गए. 51 रनों पर टीम इंडिया को तीन विकेटों का झटका लग चुका था.

कार्तिक ने 10 रनों का योगदान दिया तो विराट कोहली बिना कोई खाता खोले लौट गए. कार्तिक को मैथ्यूज की गेंद पर कुलशेखरा ने लपका तो कोहली को फर्नान्डो की गेंद पर संगकारा ने कैच आउट किया.

सहवाग और सुरेश रैना ने टीम को थोड़ा संभालने की कोशिश की लेकिन रैना 21 रनों पर आउट हो गए. इसके बाद सहवाग और धोनी ने पारी संभाली. सहवाग ने 100 गेंदों में 11 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 99 रन बनाए. लेकिन आखिरी गेंद नो बॉल होने के कारण सहवाग को शतक पूरा करने का मौका नहीं मिला.

Praveen Kumar
तस्वीर: AP

इसके पहले श्रीलंका की टीम 170 रन पर ऑल आउट हुई. तेज गेंदबाजों के बाद स्पिनरों ने भी बढ़िया गेंद घुमाई. पहली ही गेंद पर प्रवीण कुमार ने उपल थरंगा को पैवेलियन भेज दिया. चोट से उबरकर कर मैदान पर उतरे नेहरा ने भी धारदार गेंदबाजी की. नेहरा ने ही मेजबानों को दूसरा झटका दिया. उन्होंने फॉर्म में चल रहे श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा को पैवेलियन की राह दिखाई. 13वें ओवर तक श्रीलंका के न44 पर चार विकेट गिर चुके थे. हालांकि इस दौरान एक छोर तिलकरत्ने दिलशान ने थामे रखा. वह भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बनने जा रहे थे. लेकिन कप्तान धोनी ने प्रज्ञान ओझा को गेंद थमाई और दिलशान की 45 रन की पारी खत्म हो गई.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः उभ