1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मंथन 59 में खास

२५ अक्टूबर २०१३

मंथन में इस बार ले चलेंगे आपको डेनमार्क की राजधानी कोपनहेगन जहां पिछले नौ साल से फूड फेस्टिवल मनाया जा रहा है. साथ ही बात होगी जुरासिक पार्क की और फिलीपींस में जलवायु परिवर्तन के कारण मछुआरों की परेशानियों की भी.

https://p.dw.com/p/1A5uw
तस्वीर: Fotolia/vgstudio

कोपनहेगन फूड फेस्टिवल दस दिन तक चलता है और यहां दुनिया भर से फाइव स्टार शेफ हिस्सा लेते हैं. 2013 में जब यह समारोह हुआ, तो लोगों को खाने के इस मेले में डेनमार्क के मक्खन और क्रीम से भरे केक, इटली के चावल रिसोटो और सिंगापुर के अंडे वाले सैंडविच भी मिले और एशिया का चटपटा स्ट्रीट फूड भी. इस लजीज खाने को देख कर आप के मुंह में यकीनन पानी आ जाएगा.

फेस्टिवल का मोटो था सोशल फूड. इसका एक पहलू तो यह है कि आप एक ही टेबल पर अलग अलग तरह के लोगों से मिलते हैं और दूसरा जागरूकता फैलती है. इन दिनों खाने की बर्बादी पर सबका ध्यान है. सोशल फूड के बैनर तले इसी पर चर्चा की जा रही है. साथ ही शेफ यहां स्थानीय चीजों का इस्तेमाल कर नए नए पकवान बना रहे हैं. नॉर्वे का एक रेस्तरां शैवाल का इस्तेमाल कर रहा है और लोगों को इसकी अनोखी खुशबू काफी पसंद आ रही है.

ऐम्बर में बंद डायनासोर

खाने के साथ साथ गहनों के शौकीनों के लिए भी इस बार मंथन में कुछ खास है. ऐम्बर.. पीले रंग के इस पत्थर का इस्तेमाल गहने बनाने के लिए किया जाता है. खास कर यूरोप में इसे काफी पसंद किया जाता है. लेकिन असल में यह पत्थर है ही नहीं. यह पेड़ से निकलने वाला गोंद है जो जम कर ठोस हो जाता है. कई बार तो इसके अंदर कुछ कीड़े भी चिपके रह जाते हैं. यूरोप में लोकप्रिय ऐम्बर में हिमालय के कीड़ों के जीवाश्म कैसे पहुंचे, बॉन के वैज्ञानिक इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप के जरिए इसकी पड़ताल करने में लगे हैं. ऐम्बर को और बेहतर रूप में समझेंगे आप मानसी गोपालकृष्णन से, जो बताएंगी किस तरह से फिल्म जुरासिक पार्क में भी ऐम्बर में बंद जीवाश्म से ही डायनासोर तैयार कर लिया गया है.

Filmszene Jurassic Park 1993
फिल्म जुरासिक पार्क में ऐम्बर में बंद जीवाश्म से ही डायनासोर तैयार किया गया.तस्वीर: picture-alliance/AP Photo

इसी के साथ विस्तार में बात होगी डायनासोर की भी. जुरासिक पार्क जैसी फिल्मों में आपने देखा है कि इनका आकार कितना बड़ा होता था. ये विशाल जीव सिर्फ जमीन पर ही नहीं, पानी के अंदर भी रहते थे. लेकिन ये मछली नहीं, बल्कि विशाल सरीसृप यानी रेप्टाइल हुआ करते थे. फिलहाल दुनिया के पास इनके बारे बहुत कम जानकारी है. लेकिन जल्द ही नए राज खुल सकते हैं. दक्षिणी चिली में वैज्ञानिकों को पत्थर में एक विशालकाय समुद्री सरीसृप के हिस्से मिले हैं.

मछुआरों की परेशानियां

फिर ले चलेंगे आपको फिलीपींस. भारत से भी लोग यहां के खूबसूरत द्वीपों पर छुट्टी मनाने जाते हैं. सी फूड के शौकीन यहां ताजा मछली खाना पसंद करते हैं. लेकिन धीरे धीरे फिलीपींस में मछलियां कम हो रही हैं. जलवायु परिवर्तन पूरे देश को प्रभावित कर रहा है. कैसे मछुआरों की इस परेशानी को दूर करने के लिए फिलीपींस सरकार द्वारा बनाया क्लाइमेट चेंज कमीशन काम कर रहा है, देखेंगे आप मंथन की एक विशेष रिपोर्ट में.

इन दिलचस्प रिपोर्टों के लिए देखना ना भूलें मंथन शनिवार सुबह 10.30 बजे डीडी-1 पर. सभी रिपोर्टें आपके लिए यूट्यूब पर भी मौजूद हैं. कार्यक्रम के बारे में अपने सुझाव और अपनी प्रतिक्रियाएं आप हमें फेसबुक और ट्विटर के जरिए भेज सकते हैं.

आईबी/एएम

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें