मलिकी के पद छोड़ने का स्वागत
१५ अगस्त २०१४मलिकी ने इस फैसले के साथ इराक में शिया दलों के गुट के प्रमुख और संसद के डिप्टी स्पीकर हैदर अल अबादी के लिए रास्ता साफ कर दिया. पिछले दिनों इराक के राष्ट्रपति फवाद मासूम ने हैदर अल अबादी को प्रधानमंत्री मनोनीत करने की घोषणा की थी, जिसका नूरी अल मलिकी ने विरोध किया था.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी मलिकी के इस फैसले की सराहना की है. उनके कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्हें जल्द ही एक संयुक्त सरकार के गठन की उम्मीद है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सूजन राइस ने कहा, "आज इराक ने अपने देश की एकता के लिए एक और बड़ा कदम लिया है." उन्होंने कहा मलिकी सरकार के साथ और धैर्य बनाए रखना मुमकिन नहीं था. सिर्फ इराक के ही प्रमुख नेता नहीं बल्कि कई अन्य देश भी ऐसा महसूस कर रहे थे. राइस के मुताबिक, "अमेरिका का इराक और इराकी लोगों के लिए साथ बरकरार रहेगा."
सुन्नी चरमपंथी गुट इस्लामिक स्टेट ने उत्तरी इराक के बड़े हिस्से पर कब्जा जमाया हुआ है. ऐसे में जहां मलिकी अपने तीसरे कार्यकाल के सपने देख रहे थे वहीं सांसदों और आम लोगों में भी उनके प्रति नाउम्मीदीद बढ़ती जा रही थी. मलिकी ने टेलीविजन पर कहा, "मैं घोषणा करता हूं कि राजनीतिक प्रक्रियाओं को आसान करने और नई सरकार बनाने के लिए मैं हैदर अल अबादी के लिए अपना पद छोड़ता हूं." राष्ट्रपति फवाद मसूद की तरफ से भी मलिकी पर पद छोड़ने का दबाव था. वे अबादी को प्रधानमंत्री मनोनीत करना चाहते थे.
एसएफ/एएम (रॉयटर्स/एएफपी)