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महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार से सकते में जर्मनी

ईशा भाटिया (डीपीए, रॉयटर्स)६ जनवरी २०१६

नए साल की शाम जर्मनी के कोलोन और दूसरे शहरों में महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार से जर्मनी के लोगों में गुस्सा है. अपराध कथित रूप से व्यवस्थित थे. पुलिस और प्रशासन भविष्य की चिंता में है.

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Cologne assault
तस्वीर: picture-alliance/dpa/O. Berg

Germany stunned by rash of New Year's sex assaults

यूरोप के अधिकतर शहरों की तरह कोलोन में भी नए साल के जश्न के लिए लोग शहर की सबसे लोकप्रिय जगह पर जमा होते हैं और आतिशबाजी का मजा लेते हैं. कोलोन में राइन नदी के पास आतिशबाजी होती है. कुछ लोग इसे देखने शहर के प्रतीक कथीड्रल के करीब पुल पर जाते हैं, तो बहुत से कथीड्रल और मुख्य रेलवे स्टेशन के बीच बने स्क्वायर पर ही परिवार और दोस्तों के साथ नए साल की शुरुआत करते हैं.

नए पैमाने के अपराध

इस बार भी वही नजारा था लेकिन फर्क यह था कि मौज मस्ती के साथ साथ महिलाओं और लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार भी हुआ. कोलोन के लिए यह एक नया तजुर्बा था. पुलिस का कहना है कि करीब 100 महिलाओं ने अलग अलग शिकायतें की हैं. इनमें पॉकेटमारी और छेड़ छाड़ से लेकर यौन दुर्व्यवहार और भीड़ के बीच कम से कम एक रेप का मामला शामिल हैं. स्थानीय पुलिस ने इसे व्यवस्थित रूप से किए गए "नए पैमाने के अपराध" का नाम दिया है. शिकायतों के अनुसार ये लोग नशे में धुत्त थे, युवा थे और देखने में अरबी या उत्तरी अफ्रीका के लगते थे. इनकी पहचान करने के लिए पुलिस ने लोगों से मोबाइल फोन के जरिए ली गयी तस्वीरें और वीडियो जमा कराने की अपील की है.

सोशल मीडिया में फैले वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग कथीड्रल की सीढ़ियों पर खड़े हो कर नीचे रेलवे स्टेशन के स्क्वायर में खड़े लोगों पर निशाना साधते हुए रॉकेट और अन्य पटाखे जला रहे हैं. पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार करीब 1,000 लोग वहां जमा थे और सुरक्षा को देखते हुए उन्हें रोका गया और स्क्वायर को खाली कराया गया. लेकिन इसके बाद ये लोग छोटे छोटे गुटों में बंट कर शहर में फैल गए और जगह जगह महिलाओं के साथ बदतमीजी की. अब तक की जानकारी के अनुसार इन मनचलों की उम्र 18 से 35 के बीच है.

चांसलर मैर्केल परेशान

मामले कितना संगीन है यह इस बात से पता चलता है कि चांसलर अंगेला मैर्केल ने कोलोन की मेयर हेनरीटे रेकर को फोन कर घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर की और "कड़े कदम" उठाने का निर्देश दिया. कोलोन के अलावा हैम्बर्ग और श्टुटगार्ट में भी महिलाओं के साथ बड़े पैमाने पर दुर्व्यवहार की रिपोर्ट है.

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अपराधी कौन थे इसकी अब तक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन इस वारदात ने दक्षिणपंथियों को एक बार फिर सरकार की आलोचना करने का मौका दे दिया है. जर्मनी ने 2015 में दस लाख शरणार्थियों को अपने देश में पनाह दी है. दक्षिणपंथियों को इससे शिकायत रही है और वे कहते रहे हैं कि इतनी बड़ी तादाद में विदेशियों का आना देश की संस्कृति और सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है. दक्षिणपंथी पार्टी एएफडी के प्रमुख फ्राउके पेट्री ने ट्वीट किया, "मिस मैर्केल, अपराध और यौन दुर्व्यवहार की इस लहर के बाद, क्या अब जर्मनी आपके लिए बहुराष्ट्रीय और सर्वव्यापी हो गया है?"

हालांकि नेताओं ने लोगों से अपील की है कि इस मामले को शरणार्थियों के प्रति हीन भावना का मुद्दा ना बनने दिया जाए. कोलोन की मेयर रेकर ने कहा है, "जो हुआ वह सच में हैरान कर देने वाला है और उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता लेकिन हमारे पास अब तक यह मानने की भी कोई वजह नहीं है कि वे लोग शरणार्थी थे."

कार्निवाल की चिंता

मंगलवार को कथीड्रल के सामने करीब 300 लोगों ने हाथ में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की. एक तख्ती पर लिखा था, "मिस मैर्केल, आप कहां है? आपका अब क्या कहना है? हमें डर लग रहा है!" मंगलवार दोपहर हुई बैठक के बाद मेयर रेकर ने कहा कि भविष्य में ऐसा ना हो, इस पर ध्यान दिया जाएगा और इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे. इसके लिए शहर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और बड़े आयोजनों के दौरान पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया गया है.

मेयर की चिंता का विषय अगले महीने होने वाला कार्निवाल भी है. पांच दिन तक चलने वाला कार्निवाल दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कार्निवाल है और इसके दौरान पूरा शहर नशे में डूबा नजर आता है लेकिन महिलाओं के साथ बदतमीजी की घटनाएं सामने नहीं आतीं. रेकर ने महिलाओं को सचेत रहने की सलाह दी है और कहा है कि भीड़ में उन्हें अनजान पुरुषों से कम से कम एक हाथ की दूरी पर रहना चाहिए. फरवरी में होने वाले कार्निवल में हर साल कम से कम दस लाख लोग शिरकत करते हैं और इसे देखने दुनिया भर के लोग आते हैं.