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महिलाओं के हाथ में हिम्मत

३ जनवरी २०१५

सरकार और दिल्ली पुलिस दिल्ली को महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित बनाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस ने खतरे में घिरने वाली महिलाओं के बचाव के लिए हिम्मत नाम का मोबाइल ऐप तैयार किया है, जो पुलिस स्टेशनों में सायरन बजाएगा.

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तस्वीर: DW

हिम्मत ऐप को अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड करने से महिलाएं किसी भी वक्त दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम को सीधे इमरजेंसी संदेश भेज सकती हैं. मोबाइल को हिलाने पर या उसका होम बटन दो बार दबाने पर 10 सेकेंड के भीतर पुलिस कंट्रोल रूम को मैसेज जाएगा. पुलिस मोबाइल के लोकेशन का पता लगाकर जल्द से मुश्किल में फंसी महिला तक पहुंच सकेगी.

हिम्मत नाम का यह ऐप गुरुवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लॉन्च किया. इस मौके पर गृह मंत्री ने महिलाओं को काली मिर्च का स्प्रे भी बांटा और दिल्ली पुलिस के आत्मरक्षा अभियान से जुड़ने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया. राजनाथ सिंह ने कहा कि तकनीक की मदद से पुलिस बेहतर ढंग से काम कर सकेगी.

दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बीएस बस्सी के मुताबिक ऐप डाउनलोड करने वाली नई यूजर को दिल्ली पुलिस की बेवसाइट पर खुद को रजिस्टर करना होगा. यूजर को अपना नाम, मोबाइल नंबर और कम से कम दो रिश्तेदारों या दो दोस्तों का ब्योरा देना होगा. रजिस्ट्रेशन के बाद यूजर को एक एसएमएस मिलेगा जिसमें एक डाउनलोड लिंक और रजिस्ट्रेशन कोड होगा. कोड को वेबसाइट पर डालते ही हिम्मत ऐप काम करने लगेगा.

बस्सी कहते हैं, "आपातकाल में फोन हिलाकर या होम बटन दो बार दबाकर पीड़ित की जानकारी स्थानीय पुलिस स्टेशन और पुलिस कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी." लेकिन इसका इस्तेमाल करो या मरो की स्थिति में ही किया जाना चाहिए. पुलिस ने हिदायत दी है कि अगर तीन बार हिम्मत का गलत इस्तेमाल किया गया तो रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा.

फिलहाल हिम्मत एनरॉयड फोनों के लिए उपलब्ध है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक जल्द ही ऐप को आईफोन के लिए भी तैयार किया जाएगा. दिल्ली में बड़ी संख्या में महिलाएं प्राइवेट नौकरी करती हैं. इन नौकरियों में काम करने के घंटे शिफ्ट में बंटे रहते हैं. रात, देर रात या पूरी रात शिफ्ट करने वाली महिलाओं को हिम्मत काफी हिम्मत दे सकता है.

ओएसजे/एमजे (पीटीआई)