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मेकअप क्वीन लीजा एल्डरिज

शैरान बेर्कल/एमजे२४ अगस्त २०१६

13 साल की उम्र में उन्होंने मेकअप की एक किताब पढ़ी. बस, उसी पल उन्होंने गणित की पढ़ाई को अलविदा कह दिया और मेकअप आर्टिस्ट बनने का फैसला किया. आज वह नामी मेकअप आर्टिस्ट हैं.

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तस्वीर: DW

लीजा एल्डरिच मेकअप स्टार हैं. करीब 20 सालों से वे इस पेशे में हैं और नए प्रोडक्ट्स के विकास में बड़ी ब्रांड कंपनियों की मदद कर रही हैं. इस समय वे कॉस्मेटिक ब्रांड लॉन्कोम की क्रिएटिव डायरेक्टर हैं. वे एड कैम्पेन, फैशन शो और मैगजीन के लिए लोगों का मेकअप करती हैं. उनके काम का केंद्र है लंदन का स्टूडियो, हाउस ऑफ एल्डरिच. 41 साल की एल्डरिच के बचपन का सपना.

एल्डरिच कहती हैं, "जब मैं 13 साल की थी तो मुझे थियेटर मेकअप के बारे में एक किताब मिली, यह किताब 60 के दशक की थी. एक विख्यात ब्रॉडवे स्टार ने विभिन्न किरदारों में अपने चेहरे का मेकअप किया था. मैं जब ये किताब देखी तो उसने मेरी नींद उड़ा दी और मैंने सोचा वाह, इसे करियर बनाया जा सकता है. यह बहुत ही मजेदार है और ट्रांसफॉर्मेर्टिव भी. इसलिए मैंने मेकअप का साज सामान खरीदा और स्कूल के नाटकों और दूसरे आयोजनों के लिए मेकअप करने लगी. मुझे याद है कि मैंने टीचर से कहा था कि अब मुझे मैथ करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं मेकअप आर्टिस्ट बन रही हूं."

दो बच्चों की मां ने 2008 में वीडियो प्लैटफॉर्म यूट्यूब पर अपना चैनल बनाया और मेकअप ट्यूटोरियल देने लगीं. ऐसा करने वाली वे पहली टॉप मेकअप स्टार हैं. यूट्यूब के ट्यूटोरियल की अहमियत वह जानती हैं, "पहले आप मेकअप के बारे में सिर्फ पत्रिकाओं में पढ़ सकते थे. और ये अत्यंत दो आयामी था. कलर सॉकेट लाइन पर अप्लाय कीजिए, ब्लेंड कीजिए और फ्लिक कीजिए, इसका मतलब क्या हुआ?"

इस समय उन्हें करीब 15 लाख लोग सिर्फ यूट्यूब पर फॉलो करते हैं. इस चैनल को अब तक करीब साढ़े 12 करोड़ लोगों ने क्लिक किया है. अपने असली काम के अलावा लीजा एल्डरिच अपने ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स को भी बहुत पसंद करती है.उनके लिए मेकअप का मतलब सिर्फ नए ट्रेंड्स ही नहीं हैं. वह सांस्कृतिक इतिहास के साथ गहरे रूप से जुड़ा है. यह जानकारी उन्होंने हाल ही में अपनी किताब फेस पेंट के जरिये साझा की है. उनके मुताबिक, मानवता के इतिहास के शुरू से ही मेकअप भी अस्तित्व में रहा है. शुरुआत में इसका इस्तेमाल सुरक्षा के लिए होता था, कबायली पहचान के लिए और विरोधियों को डराने के लिए. यह सामाजिक विधि विधानों का भी हिस्सा था.

फेस पेंट में लीजा एल्डरिच मेकअप की दुनिया का एक और पहलू है. उसमें प्राचीन मिस्र सभ्यता से लेकर मौजूदा दौर तक का मेकअप का इतिहास बताया गया है, वो भी दुनिया भर का. लीजा कहती हैं, "सोशल मीडिया का मेकअप पर बहुत ज्यादा असर हुआ है. मैं इसकी तुलना हॉलीवुड के जन्म के साथ करती हूं. औरतें आम तौर पर मेकअप नहीं किया करती थीं, यह सिर्फ चुनी हुई संभ्रांत महिलाओं के लिए था, आम लोगों के लिए नहीं. और उसके बाद मूक फिल्मों का दौर आया और आम महिलाएं भी इन स्टारों की तरह दिखने की कोशिश करने लगीं. शुरुआती लोगों ने मेकअप डेवलप किया. मसलन लिपस्टिक 10 सेंट की मिलने लगी. कोई सम्मानित महिला मेकअप नहीं करती से लेकर मेकअप करते और उसे पसंद करते लोग. हम इस व्यापक बदलाव से गुजर रहे हैं."

मेकअप प्रोडक्ट्स की बिक्री पिछले दस सालों में बहुत बढ़ गई है. फेस पेंट का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और उसमें लीजा एल्डरिच जैसी महिलाओं का भी योगदान है.