1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मैड्रिड ट्रेन धमाकों की दसवीं वर्षगांठ

११ मार्च २०१४

स्पेन ने विभिन्न स्मृति समारोहों के साथ दस साल पहले राजधानी मैड्रिड में चार लोकल ट्रेनों पर हुए आतंकी हमलों में मरने वालों को याद किया. इस्लामी आतंकवादियों द्वारा किए गए हमलों में 191 लोग मारे गए थे.

https://p.dw.com/p/1BNZv
Spanien 10. Jahrestag Terroranschlag auf einen Zug in Madrid 11.03.2014
तस्वीर: AFP/Getty Images

11 मार्च 2004 को उग्रपंथी इस्लामी कट्टरपंथियों ने लोकल ट्रेनों में 13 जगहों पर विस्फोटक सामग्री रख दी थी. दस बम धमाके सुबह में तब हुए जब लोग बड़ी संख्या में काम पर जाते हैं. तीन हफ्ते बाद हमले को अंजाम देने वाले अपराधियों में से सात ने पुलिस द्वारा घेरे जाने पर खुद को उड़ा लिया. बाकी संदिग्धों को बाद में लंबी कैद की सजा दी गई. अल्मुदेना कैथीड्रल में हुए स्मृति समारोह में मृतकों और घायलों के परिजनों के साथ प्रधानमंत्री मारियानो राखोय सहित प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने हिस्सा लिया.

लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो 10 साल पहले हुए ट्रेन धमाकों की श्रद्धाजंलि सभाओं से दूर ही रहना चाहते हैं. अंटोनियो गोमेज उनमें से एक हैं. बम धमाके के बाद मैड्रि़ड के मुख्य अटोचा स्टेशन के चारों ओर बिखरे लहूलुहान लोगों की यादें अभी भी उनके लिए बहुत दर्दनाक हैं. यात्रियों से खचाखच भरी हुई उस ट्रेन में यात्रा कर रहे गोमेज का पैर भी उस हमले में टूट गया था. यह स्पेन के इतिहास में अब तक का सबसे खतरनाक आतंकवादी हमला है. गोमेज बताते हैं, "कई लोगों के अंग कट गए थे, जमीन पर पड़े हुए घायल थे, लोग बहुत बुरी हालत में थे. मैं तो उन लोगों से काफी बेहतर स्थिति में था. मैं उसे याद भी नहीं करना चाहता."

48 साल के शादीशुदा गोमेज दो बेटियों के पिता है और पेशे से कंप्यूटर डिजाइनर हैं. वे 11 मार्च, 2004 की सुबह मैड्रिड की ओर जा रहे थे. तभी अचानक कुछ मिनटों के अंदर ही उनकी ट्रेन में एक के बाद एक कई बम फटे. ठीक उसी समय ऐसे विस्फोट यात्रियों से भरी हुई तीन और ट्रेनों में भी हुए जो अतोचा स्टेशन की ओर जा रहे थे. गोमेज बताते हैं कि जब कभी टेलिविजन पर उस हमले की कोई तस्वीर दिखाई जाती है तो वह चैनल बदल देते हैं. गोमेज कहते हैं, "यह ठीक नहीं हैं, लेकिन मैं इससे दूर रहता हूं. 11 तारीख को मैं या तो फिल्म देखने चला जाता हूं या बच्चों का डिज्नी चैनल देखने लगता हूं."

Spanien Madrid Anschlag auf Vorortzüge 2004 Bahnhof Atocha
स्पेन के इतिहास में 2004 का आतंकी हमला सबसे बड़ा हैतस्वीर: picture-alliance/dpa

यह एक पूर्व नियोजित हमला था. इसकी जिम्मेदारी कुछ ऐसे आतंकवादियों ने ली जो अमेरिका के नेतृत्व में इराक पर हुई चढ़ाई में स्पेन की भूमिका के कारण अल कायदा की ओर से काम कर रहे थे. धमाकों में 191 लोग मारे गए और करीब 2,000 लोग घायल हुए. गोमेज कहते हैं, "यह वर्षगांठ हमें बहुत प्रभावित करती है. यह एक बहुत अजीब भावना है. इसमें दर्द है, दुख है और बहुत गुस्सा भी. एक साथ बहुत सारी मिलीजुली भावनाएं आती हैं." गोमेज की ट्रेन अतोचा स्टेशन पर पहुंची ही थी कि उनके पास वाली ट्रेन में बम फट गया. गोमेज कहते हैं, "गुस्सा इसलिए क्योंकि हम सामान्य कामकाजी लोग थे जो ट्रेन से अपने काम पर जा रहे थे. हम कोई बहुत महत्वपूर्ण लोग तो थे नहीं, जिनके पास बहुत पैसे होते हैं. हमारे जैसे साधारण लोगों का राजनीति से क्या लेना देना? हम काम पर जा रहे थे ताकि कुछ पैसे कमाएं, अपने परिवार की देखभाल कर सकें और शांति से रह सकें."

मैड्रिड धमाकों से बच कर निकले कई और लोगों की तरह गोमेज को भी गंभीर सदमा लगा. डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें क्रोनिक पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर है. आज भी वह ट्रेन से यात्रा करने से हिचकते हैं और मोटरसाइकिल से ऑफिस जाते हैं. वह कहीं भी हों, वह हमेशा सोचते हैं कि इमरजेंसी की स्थिति में किधर से भागने का रास्ता है. गोमेज कहते हैं, "एक डर सा हमेशा साथ रहता है."

आरआर/एमजे(एएफपी)