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यूक्रेन को हथियार नहीं देगा जर्मनी

३ फ़रवरी २०१५

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने साफ किया है कि जर्मनी रूस समर्थक अलगाववादियों का सामना करने के लिए यूक्रेन को हथियार मुहैया नहीं कराएगा. वहीं अमेरिका की ओर से हथियार देने के संकेत मिल रहे हैं.

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युद्धग्रस्त डोनेस्कतस्वीर: Menahem KahanaAFP/Getty Images

संयुक्त राष्ट्र ने ताजा आंकड़े जारी कर बताया है कि पिछले साल अप्रैल से अब तक यूक्रेन में चल रहे गृहयुद्ध में 5360 लोगों की जान गई है. पिछले तीन हफ्ते में ही 220 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के उच्चायुक्त सईद राद अल हुसैन ने मंगलवार को जेनेवा में यह रिपोर्ट पेश की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर देश में चल रहा संघर्ष और बिगड़ता है, तो 52 लाख देशवासियों की स्थिति दयनीय हो जाएगी. उन्होंने कहा, "बस अड्डे, सार्वजनिक यातायात, बाजार, स्कूल, अस्पताल और रिहायशी इलाके युद्ध के मैदान बन गए हैं."

वहीं पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक अलगाववादियों के नेताओं का कहना है कि वे देश में "जितना हो सके लोगों को एकजुट करने की कोशिश करेंगे". एक वीडियो संदेश में नेता आलेक्सांडर जाखारशेंको ने कहा कि लुहांस्क और डोनेस्क में वे अपनी फौज में एक लाख लोगों को शामिल करना चाहते हैं. यह वीडियो संदेश उन्होंने अपनी "डोनेस्क पीपल्स रिपब्लिक" वेबसाइट पर जारी किया है.

Merkel zu Gast bei Orban 02.02.2015 Budapest
विक्टर ओरबान और मैर्केलतस्वीर: picture-alliance/AP Photo/MTI/T. Illyes

बातचीत की कोशिश जारी

अमेरिका में अलगाववादियों का सामना करने के लिए यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने पर बहस हो रही है तो जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि वे इस समस्या का कूटनीतिक समाधान चाहती हैं और जरूरत पड़ने पर प्रतिबंधों को और कड़ा करने पर विचार कर रही हैं. मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, "जर्मनी यूक्रेन को कोई युद्धक हथियार नहीं देगा. हम कूटनीतिक हल की ओर केंद्रित हैं और विदेश मंत्री यह साफ कर चुके हैं कि अगर हालात और बिगड़ते हैं, तो और कड़े प्रतिबंध लगाना जरूरी हो जाएगा." एक दिन पहले मैर्केल ने बुडापेस्ट में बयान देते हुए कहा था, "मुझे इस बात का विश्वास है कि इस समस्या का समाधान सैन्य रूप से नहीं निकल सकता."

मैर्केल का बयान अलगाववादियों के साथ बातचीत के प्रयासों के विफल हो जाने के बाद आया है. इस बीच मैर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसोआ ओलांद और यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको इस बात पर एकमत हैं कि बातचीत के प्रयास जारी रहने चाहिए. तीनों ने फोन पर एक दूसरे से बात की और अलगाववादियों से बातचीत को रोकने के प्रयास बंद करने की अपील की. साथ ही उन्होंने रूस से भी हस्तक्षेप करने की मांग की है.

ओबामा से मिलेंगी मैर्केल

अंगेला मैर्केल अगले हफ्ते अमेरिका दौरे पर हैं, जहां वे राष्ट्रपति ओबामा से भी इस पर चर्चा करेंगी. हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका कीव को हथियार मुहैया कराने की तैयारी कर रहा है. लेकिन व्हाइट हाउस के प्रवकता बेन रोड्स ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि "निकट भविष्य" में कीव को हथियार पहुंचाने की कोई योजना नहीं है. सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "हमें नहीं लगता कि यूक्रेन संकट का हल यह है कि उसे और हथियारों से लैस कर दिया जाए और फिर ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाए."

रोड्स ने कहा कि मैर्केल का अमेरिका दौरा और ओबामा से मुलाकात यूक्रेन संकट के लिहाज से काफी अहम रहेगा. पर साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोनों नेताओं को इस सच्चाई का सामना करना पड़ेगा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध रूस को अलगाववादियों को सैन्य मदद पहुंचाने से रोकने में असमर्थ रहे हैं.

आईबी/एमजे (डीपीए)