1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मोर्चा संभाल लिया है न्यू यॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट ने

७ जून २०१७

अपनी हर रोज की सनसनीखेज खबरों और सुर्खियों के जरिये वॉशिंगटन पोस्ट और न्यू यॉर्क टाइम्स, राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के इस दौर में मीडिया कारोबार में असाधारण रूप से उभर कर सामने आए हैं.

https://p.dw.com/p/2eCiS
USA Eingang des New York Times Hauptquartier in New York
तस्वीर: Getty Images/R. Talaie

वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के बाद ट्रंप प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पद से माइकल फ्लिन को मजबूरन इस्तीफा देना पड़ा था. इस रिपोर्ट के मुताबिक फ्लिन ने उपराष्ट्रपति माइक पेंस को रूस से हुई बातचीत के बारे में आधी अधूरी जानकारी दी थी.

इसके बाद न्यू यॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसके मुताबिक डॉनल्ड ट्रंप ने पूर्व एफबीआई. निदेशक जेम्स कोमी से फ्लिन के मामले की जांच को बंद करने को कहा था. चाहे जेम्स कोमी को बर्खास्त करने का मामला हो या अटॉर्नी जनरल को, अपने दामाद को राष्ट्रीय सलाहकार घोषित करने का मामला हो या ट्रंप सरकार की रोजमर्रा की कोई भी खबर, ये सभी खबरें वॉशिंगटन पोस्ट और न्यूयॉर्क टाइम्स ने ही ब्रेक कीं. इनके अलावा सीएनएन जैसी टेलिविजन न्यूज ने भी कई बड़ी खबरे कीं पर वे वॉशिंगटन पोस्ट और न्यूयॉर्क टाइम्स की तरह नहीं थीं.

चाहे वॉटरगेट मामला हो या पेंटागन पेपर्स का, अपनी खोजी पत्रकारिता से वॉशिंगटन पोस्ट और न्यूयॉर्क टाइम्स ने दशकों का अनुभव इकट्ठा किया है. ट्रंप के व्हाइट हाउस की स्वघोषित निगरानी संस्था अपने आप में एक ऐसी जगह बन चुकी है कि प्रशासन के भीतर का कोई भी व्यक्ति गुमनाम तौर कोई सूचना लीक कर सकता है. और इतनी खबरों के लिए अखबरों ने अपनी एक बड़ी टीम इस काम में लगा दी है. टाइम्स के 6 पत्रकार खास तौर पर व्हाइट हाउस कवर कर रहे हैं. इसके अलावा इनकी खोजी टीम में 5 और लोग काम कर रहे हैं. यह इतिहास में पहली बार हो रहा है, जब व्हाइट हाउस को कवर करने के लिए एक अखबार के इतने पत्रकार एक साथ काम कर रहे हैं.

USA | Sean Spicer
वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट पर प्रवक्ता की प्रतिक्रियातस्वीर: AP

वॉशिंगटन पोस्ट के पास व्हाइट हाउस की खबरें करने के लिए 8 लोगों की एक मजबूत टीम है. इसके अलावा भी कई लोग हैं, जो सरकार की रोजमर्रा की खबरों पर काम करते हैं.

यूएससी एननबर्ग के संचार और पत्रकारिता स्कूल में पत्रकारिता पढ़ाने वाले प्रोफेसर ग्रेब्रियल कान का कहना है, "ये युद्ध है. हम खबरों के युद्धक्षेत्र में हैं. इसमें एक भी तथ्य गलत होने की गुंजाइश नहीं है. ये वाकई उन कुछ संस्थाओं में से हैं जिनके पास ऐसे स्रोत हैं कि वे ऐसी खबरें कर सकते हैं." और यह सिर्फ पत्रकारिता पर गर्व करने को लेकर भी सीमित नहीं है. सितंबर 2016 से मार्च 2017 के बीच टाइम्स को 644,000 नए सब्सक्राइबर भी मिले हैं. वॉशिंगटन पोस्ट अपना सेल्स डाटा जारी नहीं करता लेकिन पब्लिशर फ्रेड रायन के मुताबिक वॉशिंगटन पोस्ट के ऑनलाइन सब्सक्राईबरों की संख्या में 2016 में 75 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

एसएस/एमजे (एएफपी)