1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मौत को हरा पांच करोड़ जीते

८ जनवरी २०१३

कौन बनेगा करोड़पति में पांच करोड़ रुपये जीत चुकी मुंबई की सनमीत कौर साहनी मानती हैं सिर्फ ज्ञान नहीं किस्मत का भी बहुत बड़ा हाथ होता है. सनमीत ने डॉयचे वेले से वे पल साझा किए, जब वह मौत से लड़ रही थीं.

https://p.dw.com/p/17FmP
तस्वीर: KBC

सनमीत कौर ने बताया कि चार साल पहले उन्हें पेट में ट्यूमर हो गया था. उस समय छह महीने के लिए वह पूरी तरह बिस्तर पर थीं. डॉक्टरों ने भी उनकी स्थिति पर संदेह जताया था. सनमीत अपनी हिम्मत का श्रेय पति को देती हैं, "इंसान का खुद में विश्वास होना कितना जरूरी है यह मेरे पति ने सिखाया है." उन्होंने बताया कि केबीसी में खेलना और जीतकर लौटना हमेशा से उनका सपना था. बीमारी के समय भी उनके पति ने उन्हें किताबें ला कर दीं और उस निराशाजनक समय में भी यही बताते रहे कि तुम्हें एक विजेता के रूप में इस बीमारी से बाहर आना है.

HIN080113-Interview Sanmeet Kaur - MP3-Stereo

किस्मत बड़ी या ज्ञान

सनमीत मानती हैं कि जीवन में किस्मत और ज्ञान दोनों का हाथ होता है, "किस्मत ने मुझे दोबारा जीने का मौका दिया. लाखों कॉल्स में से मेरी कॉल का चुना जाना भी किस्मत है. ज्ञान जरूरी है लेकिन यह किस्मत की बात है कि पांच करोड़ रुपये जीतने के लिए मुझे वही सवाल मिला जिसका मुझे जवाब पता था."

सनमीत ने बताया जब उन्होंने 5 करोड़ के लिए आखिरी सवाल पर खेलने का फैसला किया तो उनके पति समेत बाकी लोग भी डर गए. वह केबीसी में सिर्फ 25 से 50 हजार तक की धनराशि की उम्मीद से आई थीं.

कैसे की तैयारी

सनमीत कुछ घरेलू वजहों से केवल 12वीं तक ही पढ़ाई कर पाई हैं. उसके बाद उनकी शादी हो गई. उन्होंने बताया कि शादी के बाद उन्होंने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया. हर तरह की किताबें पढ़ने में भी उनकी रुचि रही है. वह कहती हैं, "मेरे पास उच्च डिग्री भले न हो लेकिन मैंने पढ़ा सब कुछ है. केबीसी के लिए प्राथमिक चयन के बाद मैंने इंटरनेट से सारी ताजा जानकारी हासिल की. इस सारे ज्ञान ने मुझे जीतने में मदद की."

KBC Gewinner in der indischen Version von Wer Wird Millionär
केबीसी इतिहास में पांच करोड़ जीतने वाली सनमीत पहली महिला हैंतस्वीर: KBC

जीत का मंत्र

सनमीत सकारात्मक सोच वाली महिला हैं जिन्हें जल्दी शादी और ट्यूमर के बावजूद भी कभी रुकना मंजूर नहीं, "मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है. मैं अपनी बेटियों को भी यही बताती हूं. ज्ञान किसी की जागीर नहीं, इसे आप जितना हासिल कर सकते हैं कर लेना चाहिए. जब मन में कुछ हासिल करने की इच्छा हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है."

इनाम में मिली रकम को सनमीत कैसे खर्च करना चाहेंगी यह अभी उन्होंने तय नहीं किया है. उन्होंने बताया अभी तो जश्न का माहौल चल रहा है. वह अपने परिवार के साथ बैठ कर आराम से सोचेंगी कि इससे क्या किया जाए.

रिपोर्टः समरा फातिमा

संपादनः ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें