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रिसाइक्लिंग से धड़कते पुरानी मशीनें

१ सितम्बर २०१४

डेनमार्क का शिप ब्रेकिंग यार्ड पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को समझाने की कोशिश कर रहा है. पुराने जहाज की जितनी ज्यादा रिसाइक्लिंग की जाएगी उतना ही फायदा होता है.

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तस्वीर: AP

30 साल की सर्विस के बाद अब रिटायर हो चुका जहाज. डेनमार्क के पूर्वोत्तर में इसे तोड़ा जा रहा है. इसका दो तिहाई हिस्सा स्टील का है. इसे गलाकर फिर इस्तेमाल किया जाएगा. पास की फिशिंग बोट में एक्स्पर्ट केल्ड कोकहोल्म को और चीजें मिलती हैं. जहाज की दिशा तय करने वाले इस हीवर की कीमत है 70 हजार यूरो. जहाज के ब्रिज की कीमती चीजों में दो सोनार हैं, एक आगे, एक पीछे.
लेकिन कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिनका कोई इस्तेमाल नहीं हो सकता. जैसे कैबिन की भीतरी छत और दीवारें. इन्हें हाथों से अलग कर सही तरह से फेंकने की जरूरत है. भारत और बांग्लादेश के मुकाबले यह काम यूरोप में कई गुना महंगा है. फोर्नेस शिप रिसाइक्लिंग एंड मरीन एक्विपमेंट के केल्ड कोकहोल्म इसकी वजह बताते हैं, "यह काफी बदल गया है. 10 साल पहले हमारी कंपनी एक जहाज को रिसाइकल करती थी और बिजनेस अच्छा था. आज इतना कंपटीशन है और रिसाइक्लिंग में मुनाफा कमाने के लिए जहाज का स्टील ही नहीं बल्कि बहुत सारे स्पेर पार्ट बेचने होते हैं."

ज्यादा रिसाइक्लिंग यानी ज्यादा मुनाफा
बंदरगाह से कुछ दूर कंपनी यहां अलग अलग पुर्जे गोदाम में रखती है. पुराने जहाजियों को यहां कई खजाने मिलेंगे. कई अनुभवी जहाजी यहां पुरानी लेकिन बढ़िया काम करने वाली मशीनों की तलाश में आते हैं. उन्हीं में से एक हैं माइकल यूल्सगाई, "यहां शिपिंग मार्केट की वजह से कई अच्छे जहाज आ रहे हैं और आपको कुछ अच्छी चीजें मिलेंगीं."
डेनमार्क की रिसाइक्लिंग कंपनी के दुनिया भर में ग्राहक हैं. जहाज को तोड़ने के लिए सबसे ज्यादा वही ग्राहक आते हैं जो रिसाइक्लिंग के सख्त मानकों का पालन करने वाली कंपनी ढूंढ रहे हैं. केल्ड कोकहोल्म इसे जिम्मेदारी से जोड़ रहे हैं, "मुझे लगता है कि यह सब लोगों के लिए जरूरी होता जा रहा है. सब लोग पर्यावरण से संबंधित मुद्दे पर नजर रखे हुए हैं और बड़ी जहाजरानी कंपनियों या विदेशी कंपनियों को एक ग्रीन प्रोफाइल की जरूरत है."
मलबे का एक बड़ा सा ढेर. कुछ दिनों पहले तक यह एक जहाज था. अब ये कच्चा माल है, जिससे कुछ और रचा जाएगा.

रिपोर्ट: क्रिस्टीना रोएडर/एमजी

संपादन: ओंकार सिंह जनौटी