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लाहौर में जिन्ना अस्पताल पर हमला, 12 मरे

३१ मई २०१०

लाहौर के जिन्ना अस्पताल में चार बंदूकधारियों ने हमला किया. ताबड़तोड़ फायरिंग में 12 लोगों की मौत. हमलावर अपने घायल साथी को छुड़ाने या मारने के इरादे से आए थे. हमले के बाद सभी बंदूकधारी फरार.

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तस्वीर: AP

हमलावरों की गोलियों का शिकार बनने वालों में चार पुलिस कर्मी, एक निजी सुरक्षाकर्मी और एक महिला शामिल भी है. पंजाब प्रांत के पुलिस प्रमुख ने तारिक डोगर ने बताया कि, हमलावर अपने एक घायल साथी को मारने या भगाने के इरादे से जिन्ना अस्पताल में घुसे. शुक्रवार को लाहौर में ही अहमदी समुदाय की मस्जिदों पर हमले का एक आरोपी अस्पताल में भर्ती था. उसका आईसीयू में इलाज चल रहा था.

अस्पताल के चीफ एक्जीक्यूटिव जावेद इकराम ने कहा, ''वे अस्पताल में घुसे और फायरिंग शुरू कर दी.'' हमलावरों ने कई लोगों के बंधक भी बनाया और कुछ की हत्या कर दी. स्थानीय टीवी चैनलों में हमले की फुटेज दिखाई जा रही है. जिसमें कई मरीज और उनके रिश्तेदार अफरातफरी में अस्पताल से भागते दिखाई पड़ रहे हैं.

लाहौर में समाचार एजेंसी रॉयटर्स के संवाददाता ने आंखों देखा बताते हुए कहा, ''पूरे अस्पताल की इमारत पर खून के धब्बे लगे हुए हैं. तकिए, जूते और खाने पीने की चीज़ें फर्श पर बिखरी पड़ी हैं.'' रॉयटर्स का कहना है कि हमले में चार पुलिस वाले मारे गए.

लाहौर में शुक्रवार को ही अल्पसंख्यक समुदाय की दो मस्जिदों पर आतंकवादी हमला हुआ. हमले में 80 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई. पुलिस की कार्रवाई में एक घायल हमलावर पकड़ा गया, जिसका जिन्ना अस्पताल में इलाज चल रहा था.

पाकिस्तान सरकार का कहना है कि हमले के पीछे पाकिस्तानी तालिबान का हाथ है. लाहौर के पुलिस कमिश्नर खुसरो परवेज़ खान का कहना है, ''एक हमलावर घायल हुआ है. पुलिस हमलावरों के पीछे लगी हुई है.''

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य