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वाईएसआर रेड्डी की मौत एक हादसा: सीबीआई

१५ मई २०१०

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत के कारणों की जांच कर रही सीबीआई टीम ने कहा है कि हेलिकॉप्टर का दुर्घटनाग्रस्त होना एक हादसा था जिसे टाला जा सकता था. साज़िश या तोड़फोड़ की आशंका ख़ारिज की.

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तस्वीर: AP

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. सीबीआई प्रवक्ता ने बताया, "जांच में इस दुर्घटना के पीछे किसी साज़िश या तोड़फोड़ किए जाने की बात सामने नहीं आई है. इस आशंका को ख़ारिज किया गया है.

हेलिकॉप्टर का दुर्घटनाग्रस्त होना एक हादसा था और अगर पायलट सही फ़ैसला लेता तो उसे टाला जा सकता था. ख़राब मौसम के चलते या तो पायलट को यात्रा रोक देनी चाहिए थी या फिर उड़ान के रास्ते में बदलाव करना चाहिए था."

2 सितम्बर 2009 को आंध्र प्रदेश के कुरनूल ज़िले में नल्लामल्ला जंगलों में हेलीकॉप्टर दुर्घटना हुई जिसमें हेलीकॉप्टर में सवार सभी पांच यात्रियों की मौत हो गई. हेलीकॉप्टर में पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी, मुख्य सचिव पी सुब्रमणयम, मुख्य सुरक्षा अधिकारी एसी वेसली सहित कुछ अन्य लोग सवार थे.

बेगमपेट एयरपोर्ट से बेल-430 वीटी एपीजी हेलीकॉप्टर ने चित्तूर के लिए सुबह 8.38 पर उड़ान भरी जिसे ग्रुप कैप्टन एसके भाटिया और कैप्टन एमएस रेड्डी उड़ा रहे थे.

सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक़ हेलीकॉप्टर एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल की रडार स्क्रीन से 9.23 पर ग़ायब हो गया. हेलीकॉप्टर का पता नहीं चलने के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान छेड़ा गया था जिसमें सुखोई विमानों की भी मदद ली गई. तलाशी रात भर जारी रही और अगले दिन सुबह को हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का पता चला.

आंध्र प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की जिसके बाद 11 सितम्बर 2009 को हैदराबाद में सीबीआई ने प्राथमिक केस दर्ज किया था.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा