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इंसान जैसी पेंटिंग नहीं, पेंटिंग जैसे इंसान

आरपी/ओएसजे८ अप्रैल २०१६

कैनवास पर किसी इंसान का पोर्ट्रेट बनाने के बजाए ये अमेरिकी कलाकार इंसान को ही अपना कैनवास बना लेती है. जब असल लोग पेंटिंग जैसे दिखते हैं तो देखने वाले दंग रह जाते हैं. आप इसे पेंटिग कहेंगे या शिल्प?

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Bodypainting Koh Samui
थाईलैंड की अंतरराष्ट्रीय बॉडी पेंटिंग प्रतियोगिता की तस्वीर.तस्वीर: picture-alliance/EPA/R. Yongrit

युवा अमेरिकी कलाकार एलेक्सा मीड ने कला में एक और नया अंदाज जोड़ा है. लिविंग पेंटिंग्स बनाने वाली मीड सीदे अपनी मॉडलों को ही पेंट करती हैं. एक्रिलिक रंगों का इस्तेमाल करने वाली ये कलाकार अपने सामने मौजूद जीती जाती, त्रिआयामी विषय वस्तु को रंगों की मदद से दोआयामी रूप दे देती है. इसीलिए उन्हें सामने से देखने पर भी किसी पेंटिंग को देखने का आभास होता है.

मशहूर फ्रेंच कलाकार एडगार देगा ने कहा था, "कला वो नहीं जो आप को दिखती है, बल्कि वो है जो आप दूसरों को दिखाते हैं." देगा की मौत के 100 साल बाद अमेरिका के लॉस एंजिलिस की कलाकार एलेक्सा मीड भी कुछ ऐसा ही प्रयास करती नजर आती हैं. वे अपनी कला में आयामों से खेलती हैं और इसके लिए रंगों का सहारा लेती हैं. फिर उनकी तस्वीरें उतारने के बाद ही इस अविश्वसनीय कला का पूरा असर दिखाई पड़ता है.