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किस बात पर हल्ला, पता ही नहीं

२३ फ़रवरी २०१६

विरोध का एक रूप यह भी कि विरोधी को पता ना हो कि वह विरोध किस बात का कर रहा है. जेएनयू मामले पर दिल्ली के युवाओं से सवाल जवाब का यह मजेदार वीडियो बहुत कुछ कह रहा है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa/E. Gupta

इस वीडियो को दिल्ली के एक रेडियो स्टेशन की आरजे ने तैयार किया है. आरजे सुक्रिति ने दिल्ली की सड़कों पर निकल कर नई पीढ़ी से कुछ आसान से सवाल किए. इन सवालों में जेएनयू के छात्रों के विरोध प्रदर्शनों और सरकार के उनके प्रति रुख पर उनकी राय मांगी गई. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि अफजल गुरू कौन था, तो कुछ ऐसे जवाब सामने आए जिन्हें सुनकर आप मुंह पकड़ कर हंसने लगेंगे.

9 फरवरी को जेएनयू में अफजल गुरू पर आयोजित एक कार्यक्रम में लगे कथित देशविरोधी नारों के चलते जेएनयूएसयू नेता कन्हैया कुमार और 5 अन्य ​छात्रों पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया. कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के बाद से फरार बताए जा रहे छात्र उमर खालिद ने रविवार की रात जेएनयू एड ब्लॉक के सामने एक सभा को संबोधित किया. जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी करने के आरोपी उमर खालिद और उसके 4 साथियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है. एक तरफ जहां दिल्ली पुलिस विश्वविद्यालय कैंपस के बाहर डटी हुई है, वहीं खालिद और एक अन्य छात्र ने दिल्ली हाई कोर्ट में सरेंडर करने के लिए सुरक्षा मुहैया कराने के लिए याचिका दायर की. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की सड़कों पर छात्रों, शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों ने भी सरकार विरोधी रैलियां निकालीं.

सरकार और दिल्ली पुलिस सरकार विरोधी आवाजों को दबाने के आरोपों से घिरी है. वहीं कई मीडिया संस्थानों पर आरोप हैं कि उन्होंने जेएनयू के छात्रों का मीडिया ट्रायल कर उन्हें देश विरोधी के रूप में दिखाने की कोशिश की. जेएनयू छात्र संघ की जहां एक ओर आरोपों के चलते निंदा हो रही है वहीं देश भर से कई यूनिवर्सिटियों ने उन्हें अपना समर्थन जताया है. कई विदेशी संस्थान भी उनके समर्थन में होने का दावे कर रहे हैं.

एसएफ/आईबी