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वीडियो: देश पराया खाना अपना भी पराया भी

महेश झा२८ दिसम्बर २०१५

क्रिसमस ईसाईयों को अहम त्यौहार है. ईसा मसीह के जन्मदिन के साथ कई रिवाज जुड़े हैं, मुख्य है दोस्तों और परिजनों के साथ खाना. जब संस्कृतियों का मिलन होता है तो एक दूसरे के खानपान से भी सामना होता है.

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Symbolbild Weihnachtsessen
तस्वीर: Kzenon/Fotolia

क्रिसमस के साथ पूरी दुनिया में अलग अलग रिवाज जुड़े हुए हैं और उनमें समय के साथ लगातार परिवर्तन भी हो रहा है. लेकिन कुछ परंपराएं हैं जिन्हें क्रिसमस मनाने के साथ बचाकर रखने की कोशिश की जाती है. उन्हीं में शामिल है इस दिन कुछ खास खाने की संस्कृति. मसलन जर्मनी में इस मौके पर 24 दिसंबर की शाम परिवार के साथ बत्तख या कार्प मछली खाने की परंपरा है. इसके अलावा बच्चों के साथ मिलकर परिवारों में बिस्कुट भी बनाया जाता है जिसे क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान खाते हैं.

Weihnachtsgans
तस्वीर: picture-alliance/Tobias Hase

ये विशेष खाने और पकवान आम तौर पर परिवारों में ही तैयार किए जाते हैं और शाम या दोपहर को खाए जाते हैं. इस बीच कार्प या बत्तख वाले डिश रेस्तरां में भी मिलते हैं और लोग 25 या 26 दिसंबर को दोस्तों या परिजनों के साथ मिलकर खाने जाते हैं. विदेशियों के लिए ये विशिष्ट डिश मजेदार होने के साथ कौतूहल भरे भी होते हैं. इसी कौतुहल को नॉर्वे में अमेरिकी दूतावास के एक वीडियो में दिखाया गया है. देखिए अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों की पारंपरिक नॉर्वेजियन व्यंजनों पर क्या प्रतिक्रिया होती है.

नॉर्वे में भी क्रिसमस से एक दिन पहले का दिन त्यौहार का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है जिसे पारिवारिक परंपरा के साथ मनाया जाता है. दोपहर में अधिकांश परिवारों में खीर खाई जाती है. शाम में चर्च के घंटे बजते हैं और लोग प्रार्थना के लिए गिरजे में जाते हैं. खाने में चाप या कॉजफिश और उसके साथ क्रिसमस बीयर और एक्वाविट ड्रिंक. बच्चे लाल लेमोनेड पीते हैं जो सिर्फ क्रिसमस के समय ही मिलता है. और अंत में स्वीट डिश होती है बादाम के साथ क्रीम वाली खीर.