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वीडियो: भेड़ियों के झुंड ने पूरी फिजा बदल दी

२८ जुलाई २०१७

जो काम इंसान और उसके उपकरण नहीं कर सके, वह काम भेड़ियों के एक झुंड ने कर दिखाया. भेड़ियों ने नदियां और वादियां बदल दीं.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa/B. Thissen

अमेरिका के यलोस्टोन नेशनल पार्क में 70 साल तक कोई भेड़िया नहीं था. इंसान ने उनका सफाया कर दिया था. लेकिन 1995 में एक प्रयोग के तहत पार्क में फिर से भेड़ियों का एक झुंड भेजा गया. और इसके बाद जो कुछ हुआ वह किसी चमत्कार से कम नहीं था. भेड़ियों ने हिरणों का शिकार करना शुरू किया. हिरणों की संख्या कम करने की कोशिशें इंसान ने बहुत कीं, लेकिन बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली. हिरणों ने करीब करीब सारे छोटे पौधे चट कर दिये. लेकिन प्राकृतिक शिकारी भेड़ियों के आते ही हिरणों का व्यवहार बदल गया.

हिरण जोखिम भरे इलाकों और घाटियों से दूर भाग गये. इसका नतीजा हुआ कि वहां कई दुलर्भ किस्म के पौधे फिर से पनपने और बड़े होने लगे. छह साल के अंदर ऐसे इलाकों में जंगल लहलहाने लगा. जंगल के सामने आते ही पंछी वहां फिर से लौटने लगे. पेड़ों के चलते नदियों में बीवर भी लौट आये. बीवरों ने नदियों में जो बांध बनाये, उनके चलते बत्तख समेत दर्जनों जीव भी वहां लौट आये.

भेड़ियों ने सियारों को भी मारा और इसका नतीजा यह हुआ कि खरगोशों और चूहों की संख्या बढ़ने लगी. उन्हें खाने के लिए लोमड़ियां भी वहां पहुंचने लगीं. भेड़ियों द्वारा मारे गये जीवों के अवशेष खाने के लिए बाज और गिद्ध जैसे परिंदे भी वहां पहुंचने लगे. मांस और फलदार पेड़ों की संख्या बढ़ने से भालुओं की संख्या भी बढ़ने लगी. भालुओं ने हिरणों और भेड़ियों को काबू किया.

इस पूरे विकास का सबसे हैरान करने वाला असर नदियों पर पड़ा. भू-कटाव रुकने लगा. तालाब बनने लगे. नदियां कम विध्वंस करने लगीं. एक ध्वस्त हो चुका इको सिस्टम दुरुस्त हो गया, वह भी सिर्फ भेड़ियों के एक झुंड से.

(अद्भुत तोहफे देने वाले जीव)