1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

वीडियो: रोज कई बच्चों की जिंदगी उजाड़ता इंसान

ओंकार सिंह जनौटी
१३ मार्च २०१७

तेज रफ्तार गाड़ी बंदर को कुचल कर चली गई. और एक बच्चे का पूरा संसार बिखर सा गया. मां के शव से लिपटे बच्चे ने इंसान को आईना दिखा दिया.

https://p.dw.com/p/2Z54e
Makaken Affen
तस्वीर: picture-alliance/dpa/G.Xiaoyong

भारत में हाल में ऐसे कई वीडियो आए हैं जिनमें सड़क हादसे में जान गंवाने वाली मां से चिपटा बंदर का बच्चा दिखाई पड़ रहा है. बच्चे को समझ ही नहीं आता कि अब क्या किया जाए. वो बार बार निढाल पड़ी मां को जगाने की कोशिश करता है. कभी उसकी सांस चेक करता है तो कभी धड़कन. अंत में निराश होने के बाद उसके पास मां के शव से लिपटकर रोने के अलावा और कोई चारा नहीं बचता. ऐसे वीडियो आंखें नम कर देते हैं. साथ ही बताते हैं कि इंसान, धरती पर अपने अलावा और किसी की परवाह नहीं करता.

 

भारत में जंगल या पेड़ों की बीच से गुजरती सड़कों पर गाड़ियां आम तौर पर तेज रफ्तार भरती हैं. गति सीमा लिखे होने के बावजूद कोई उसकी परवाह नहीं करता. आए दिन देश भर में दर्जनों जंगली जानवर इन गाड़ियों की भेंट चढ़ते हैं. कभी बंदर तो कभी हिरण या बाघ के बच्चे. हाथी भी अक्सर घायल होते रहते हैं.

टक्कर मारकर गाड़ियां तो आगे चली जाती हैं लेकिन हादसा झेलने वाले जानवर का पूरा परिवार बिखर सा जाता है. जंगली जानवरों के लिए घायल होने या अकेला होने का मतलब करीब करीब मौत होती है. अक्सर मां की मौत के बाद जंगली जानवरों के बच्चे अकेले पड़ जाते हैं. नया झुंड उन्हें स्वीकार नहीं करता. अकेले में न तो वे खाना खोज पाते हैं और न ही अपनी सुरक्षा कर पाते हैं. लेकिन इस सब बातों की परवाह किये बिना अक्सर लोग जंगलों के बीच तेज रफ्तार से गुजरते हैं.

(अपना संसार बिखरने पर कैसे विलाप करते हैं मासूम जानवर)