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वीडियो: हर जगह कैमरा मत घुसेड़ो

८ अगस्त २०१६

बाहर खाने गए और खाना आते ही फोटोग्राफर बन गए. खाने की तमाम तस्वीरें खींच डाली. ऐसे फोटोबाजों के लिए एक प्यारी सी नसीहत.

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तस्वीर: picture-alliance/Bildagentur-online/Tetra Images

स्वीडिश कंपनी आईकिया ने अपने विज्ञापन के जरिये इस खीझ को दर्शाया है. 95 सेकेंड का विज्ञापन शुरू में आपको काफी बोर करेगा. लेकिन आखिर में आपको पता चलेगा कि अपने करीबियों के साथ खाना असल में एक मीठा अहसास है. इस दौरान बातचीत होती है, ऐसी बातें छिड़ती है जो रोजमर्रा की भागदौड़ में अक्सर छूट जाती है. इस अहसास को कैमरे में कैद नहीं किया जा सकता.

असल में इंटरनेट और सोशल मीडिया ने कई लोगों को सुर्खियों में बने रहने का चस्का लगा दिया है. घर से निकलते ही वे अपडेट कर देते हैं कि कहां जा रहे हैं. रेस्तरां या किसी मशहूर जगह जाते ही उनका स्टेटस 'चेक्ड इन' बता देता है. एक निवाला चखने से पहले उनकी इंटरनेट मित्रमंडली को पता चला जाता है कि क्या खाया जा रहा है. खाना दिखने में खूबसूरत होगा तो उसकी फोटो भी अच्छी आएगी.

लेकिन जरा ठंडे दिमाग से सोचिये कि हम बाहर खाने क्यों जाते हैं? शायद अपने पंसदीदा लोगों के साथ प्यार से फुर्सत के दो पल बिताने के लिए. लेकिन फोटोबाजी के दौर में वक्त और रिश्तों की आपसी गर्माहट तो क्लिक क्लिक करने में निकल जाती है.

(देखिये: कैसे मोबाइल फोन से हमारा व्यवहार बदल दिया.)