Cricket, Vettori, New Zealand. वेटोरी, क्रिकेट, न्यूजीलैंड
१९ जनवरी २०११वेटोरी ने कहा कि वे साढ़े तीन साल पहले ही फैसला ले चुके थे कि विश्वकप के बाद कप्तानी छोड़ देंगे और इस बीच कोई ऐसी बात नहीं हुई है कि वे फैसला बदलें. सन 2007 में स्टीफेन फ्लेमिंग के संन्यास लेने के बाद वे टीम के कप्तान बने थे. कप्तानी के सिलसिले में वे तीसरे स्थान पर हैं. फ्लेमिंग 80 और जॉन रीड 34 टेस्ट मैचों में न्युजीलैंड के कप्तान रह चुके हैं.
कप्तान के रूप में वेटोरी का दौर काफी निराशाजनक रहा है. इस दौरान टीम के प्रदर्शन में गिरावट आई है. तीन साल के दौरान उसे सिर्फ 6 मैचों में जीत मिली है, जिनमें से चार मैच बांगलादेश के खिलाफ खेले गए थे. न्यूजीलैंड को 18 टेस्ट हारने पड़े, जबकि 13 मैच ड्रॉ रहे. 13 में से 9 श्रृंखलाओं में उसकी हार हुई.
वैसे अपनी कप्तानी के दौरान भी वेटोरी गेंदबाज के रूप में खरे उतरे हैं. 33.38 के औसत से उन्होंने 116 विकेट लिए. बल्लेबाजी में भी रॉस टेलर और ब्रेंडन मैककुलम के पीछे तीसरे स्थान पर रहते हुए उन्होंने 1917 रन बनाए. अक्सर उन्हें टीम के संकटमोचन की भूमिका निभानी पड़ी और कभी-कभी वे सफल भी रहे.
कप्तानी छोड़ने की घोषणा करते हुए वेटोरी ने कहा कि अफसोस करने लायक बातें होती ही हैं, क्योंकि आप हमेशा बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं. लेकिन वे इस भावना के साथ विदा ले रहे हैं कि अपने प्रदर्शन के जरिये उन्होंने टीम के लिए योगदान देने की कोशिश की है. अपनी कप्तानी की बेहतरीन यादों के तौर पर उन्होंने पिछले साल इंगलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैचों में जीतों का हवाला दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि कप्तानी छोड़ने के बावजूद वे देश की टीम के लिए खेलते रहेंगे. क्रिकेट से सन्यास लेने की बात वे नहीं सोच रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उ भट्टाचार्य
संपादन: निखिल रंजन