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व्हाइट हाउस में मना गुरु परब

२१ नवम्बर २०१०

लगातार दूसरे साल व्हाइट हाउस में गुरु परब मनाया गया. गुरु नानक की जयंती पर वहां पारंपरिक कीर्तन हुई. राष्ट्रपति ओबामा ने सिखों को शुभकामनाएं दी. भारत में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी शुभकामनाएं दीं.

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तस्वीर: AP

व्हाइट हाउस में वरिष्ठ अधिकारी क्रिस्टीना एम चेन ने गुरु परब के मौके पर सिख समुदाय के कई अहम सदस्यों का स्वागत किया. अमेरिका भर से आए 120 सिखों को संबोधित करते हुए चेन ने कहा, "ओबामा के मन में सिख धर्म के लिए बहुत सम्मान है और हम आप सब के साथ मिल कर काम करना चाहते हैं." व्हाइट हाउस में आए सिख रंग बिरंगी पगड़ियां और पारंपरिक सिख पोशाक पहने हुए थे.

अपने संदेश में ओबामा ने कहा, "रविवार को दुनिया भर के बहुत से लोग गुरु नानक देव जी की जयंती मनाएंगे, जो सिख धर्म के संस्थापक हैं. मैं इस अत्यंत खास मौके पर इन लोगों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं. यह मौका है उन सिख अमेरिकियों को सराहने का, जिन्होंने हमारे देश के लिए योगदान दिया है. साथ ही इससे बहुसंस्कृतिवाद का भी पता चलता है जो अमेरिका की खास पहचान है. सिख धर्म में समानता, सेवा, आपसी सहयोग और सम्मान के सिद्धांत हैं, वही अमेरिकियों के भी सिद्धांत हैं."

व्हाइट हाउस में गुरु पर्व का कार्यक्रम पारंपरिक कीर्तन से शुरू हुआ. स्वर्ण मंदिर के रागी निर्मल सिंह नागपुरी और सुखजीवन सिंह ने हारमोनियम और तबले के साथ श्रद्धा में डूबी गुरुबानी के साथ माहौल को आध्यात्मिक बना दिया. आधिकारिक भाषणों के बाद सिख समुदाय के लोगों ने जो बोले सो निहाल और सत श्री अकाल के साथ अभिवादन किया.

उधर भारत में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्र को गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं दी. उन्होंने लोगों को गुरु नानक की शिक्षाओं से अपने जीवन को प्रकाशित करने को कहा. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि गुरु नानक का जीवन और भाईचारे व समानता का संदेश आज भी मानवता के लिए प्रासंगिक है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः प्रिया एसेलबोर्न

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