शंघाई ऑटो शो 2015
इस साल शंघाई ऑटो शो में रिकॉर्ड तोड़ कंपनियों ने हिस्सा लिया. चीन दुनिया का सबसे बड़ा कार निर्माता है और कार कंपनियां अब वहां दोगुना निवेश कर रही हैं.
चीन के लिए सस्ती कारें
16वें शंघाई ऑटो शो में इस बार चीन के लोगों का दिल जीतने के लिए सैकड़ों सस्ती कारें उतारी गईं. जर्मन कार कंपनी वीडब्ल्यू यानि फोल्क्सवागेन ने कहा है कि वह चीन के बाजार में बढ़त बनाने के लिए नई बजट कारें उतारेगी. तस्वीर में लाल रंग की वीडब्ल्यू गॉल्फ का जीटीआई मॉडल.
मुनाफे की उम्मीदें
चीन में भले ही कार कंपनियां पहले की तरह मुनाफा ना कमा रही हों लेकिन फरारी जैसी कंपनियों को भी उम्मीद है कि देश में उनका भविष्य उज्जवल है. 2015 के पहले तीन महीनों में कुल बिक्री 3.9 फीसदी बढ़ी है.
और बड़े निवेश
चीन के कार बाजार में बहुत प्रतिस्पर्धा है और कंपनियों को लगातार खुद को एक दूसरे से बेहतर साबित करना होता है. चीनी कंपनी पटेओ ने मेले में अपनी कंसेप्ट कार का प्रदर्शन किया.
कुछ हट कर
जनरल मोटर्स ने इस बार मेले में शेवरोले एफएनआर प्रस्तुत की, जो कि खुद से चलने वाली इलेक्ट्रिक कार है. पिछले साल चीन में जीएम की बिक्री करीब बारह फीसदी बढ़ी है. चीन के बाजार में जीएम की हिस्सेदारी अब 14.8 फीसदी की है.
टोयोटा का सपना
दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी टोयोटा भी चीन में अपना बाजार बढ़ाना चाहती है. हालांकि 2015 में बिक्री 0.1 फीसदी गिरी है लेकिन कंपनी अब विस्तार की योजना पर अमल करने जा रही है. तस्वीर में टोयोटा की एफवी2 कंसेप्ट कार. टोयोटा का कहना है कि इस कार पर संदेश डिस्प्ले किए जा सकते हैं. विज्ञापन के लिहाज से बेहतरीन.
बड़ी महत्वाकांक्षाएं
फोल्क्सवागेन 2019 तक चीन में सालाना 50 लाख कारों का निर्माण करना चाहती है. इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए 22.3 अरब यूरो का निवेश किया जाएगा. तस्वीर में पंख जैसे दरवाजों वाली फोल्क्सवागेन की एक्सएल1 कंसेप्ट कार.
आएंगे और मॉडल
जर्मनी की बीएमडब्ल्यू भी चीनी बाजार में अपनी पहचान पक्की करना चाहती है. फिलहाल चीन में बीएमडब्ल्यू के तीन ही मॉडल उपलब्ध हैं. अगले साल कंपनी तीन और मॉडलों को बाजार में उतारने की तैयारी में है.
रईसों की पसंद
अक्सर रईस लोग ड्राइवर के साथ चलते हैं लेकिन चीनी बाजार के नए ट्रेंड के अनुसार लोग अब खुद ही महंगी गाड़ियां चलाना पसंद करने लगे हैं. इसे देखते हुए कंपनियां कारों की बनावट में बदलाव ला रही हैं. तस्वीर में नए कलेवर वाली लेक्सस ईएस300एच.
कम कपड़े नहीं
दुनिया के लगभग हर कार मेले में कारों के सामने कम या फिर तंग कपड़े पहने मॉडलें दिख जाती हैं. लेकिन शंघाई ऑटो शो ने इस बार इस चलन को बदलने की पहल की है. टोयोटा के बूथ के सामने पोलो शर्ट पहने लड़के खड़े दिखे तो सुजुकी की कारों के सामने ऊपर से नीचे तक सफेद रंग के लिबास में ढकीं और गले में स्कार्फ पहने मॉडलें.