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शरणार्थी शिविर से भारत लौटी गुरप्रीत

४ फ़रवरी २०१६

कथित तौर पर परिवार वालों के धोखे के चलते जर्मनी के एक शरणार्थी शिविर में पहुंच गई भारतीय महिला गुरप्रीत सोशल मीडिया की बड़ी शुक्रगुजार होंगी जिसने उन्हें वापस अपने देश पहुंचने में मदद की.

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तस्वीर: Mridula Singh

गुरप्रीत और उनकी 8 साल की बेटी को एयर इंडिया की विमान संख्या एआई 120 से भारतीय समय के मुताबिक सुबह 9:35 बजे भारत ले आया गया. यहां उनकी मुलाकात अपने पिता और मां से हुई. गुरप्रीत ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर ससुराल वालों पर धोखे से शरणार्थी शिविर में छोड़ने का आरोप लगाया था.

गुरप्रीत ने इसके लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया है. गुरप्रीत को उसके परिवार से मिलवाने में कामयाबी पर सुषमा स्वराज ने जर्मनी में भारतीय राजदूत गुरजीत सिंह और कौंसुल जनरल रवीश कुमार का शुक्रिया अदा किया.

पिछले दिनों ​गुरप्रीत ने ​ट्विटर पर, जर्मनी से एक वीडियो अपलोड किया था. इस वीडियो में उन्होंने अपने ससुराल वालों पर उन्हें धोखे से शरणार्थी शिविर में छोड़ जाने का आरोप लगाया था. मीडिया के जरिए यह वीडियो भारत की विदेशमंत्री सु​षमा स्वराज तक पहुंचा.

इस पर हुई कार्रवाई के बाद सु​षमा स्वराज ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि गुरप्रीत और उसकी बेटी को फ्रैंकफर्ट के भारतीय कौंसुलेट ले आया गया है. सुषमा स्वराज ने भारतीय दूतावास पहुंचने पर गुरप्रीत और उनकी बेटी की एक तस्वीर भी ट्वीट की. इससे पहले एक अन्य ट्वीट में उन्होंने गुरप्रीत को ढाढस बंधाते हुए लिखा था कि फ्रैंकफर्ट में मौजूद कौंसुल जनरल इस मामले पर काम कर रहे हैं. उन्होंने गुरप्रीत के पिता से भी बात की है.

गुरप्रीत हरियाणा के फरीदाबाद की रहने वाली हैं और उनके ​पति पिछले पांच साल से लापता हैं. गुरप्रीत ने आरोप लगाया है कि उनके पति के जर्मनी में होने की बात कह कर ही उनके ससुराल वाले उन्हें जर्मनी ले कर आए थे और धोखे से उन्हें शरणार्थी शिविर में छोड़कर चले गए.

आरजे/एसएफ (पीटीआई)