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शोएब अख्तर ने की बॉल टैंपरिंग!

२३ सितम्बर २०१०

इंग्लैंड से शर्मनाक हार और मैच फिक्सिंग के आरोपों के बीच पाकिस्तान का कड़ुवा दौरा खत्म हो गया. लेकिन आखिरी मैच में भी बॉल टैंपरिंग के आरोप लग गए. विवादित तेज गेंदबाज शोएब अख्तर को गेंद के साथ छेड़छाड़ करते देखा गया.

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तस्वीर: AP

इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और आखिरी वनडे मैच के दौरान शोएब अख्तर कैमरे पर पकड़ लिए गए. वह एक बार गेंद की सिलाई को नाखून से खुरचते दिखे, जबकि एक बार अपने कीलों वाले जूतों से गेंद पर चढ़ गए. साउथहेंपटन के रोज बाउल में खेले गए वनडे में पाकिस्तान 121 रन से बुरी तरह हार गया.

Shoaib Akhtar Mai 2009
तस्वीर: AP

इंग्लैंड के अखबार डेली मिरर ने रिपोर्ट दी है, "इंग्लैंड के खिलाफ विवादित दौरे के आखिरी मैच में पिछली रात शोएब अख्तर को रोज बाउल में गेंद की सिलाई के साथ छेड़ छाड़ करते देखा गया. इसके बाद उन्होंने गेंद जमीन पर गिरा दी और अपने दाहिने पैर के कील जड़े बूट से इस पर चढ़ गए." तेज गेंदबाजों के जूतों में स्पाइक्स यानी कीलें लगी होती हैं ताकि वे फिसलें नहीं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि पारी के 41वें ओवर के दौरान कैमरों में ये तस्वीरें ली गईं. उस वक्त अख्तर पॉल कॉलिंगवुड को गेंद फेंकने वाले थे.

35 साल के शोएब अख्तर दुनिया की सबसे तेज गेंद फेंक चुके हैं लेकिन उनका करियर बुरी तरह से विवादों में घिरा रहा है. उन पर कई कई बार बॉल टैंपरिंग के आरोप लगे हैं. चार साल पहले इंग्लैंड में ही हवाई कैमरों ने उन्हें गेंद के साथ छेड़खानी करते पकड़ा. तब उन्हें छोड़ दिया गया. इसके अलावा 2002 में जिम्बाब्वे दौरे के वक्त भी टेस्ट मैच में उन्हें बॉल टैंपरिंग करते देखा गया. तब अख्तर को चेतावनी मिली.

अख्तर ने यही जुर्म न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रीलंका में खेले गए वनडे मैच में किया. उसके बाद उन पर दो मैच की पाबंदी लग गई और फीस का 75 फीसदी काट लिया गया.

शोएब अख्तर क्रिकेट इतिहास के सबसे प्रतिभाशाली गेंदबाजों में गिने जाते हैं. लेकिन निजी वजहों से उनका करियर कभी भी पनप नहीं पाया.

लगभग 13 साल पहले 1997 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत करने वाले शोएब अख्तर लगातार पाबंदी और विवादों की वजह से अब तक सिर्फ 46 टेस्ट मैच और 152 वनडे ही खेल पाए हैं. उनके नाम क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है, जिसकी गति 100 मील से ज्यादा थी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः आभा एम