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श्रीलंका ने टीम इंडिया की बांहें मरोड़ी

२२ अगस्त २०१०

श्रीलंका ने भारत को बुरी तरह हराया. पिछली हार का हिसाब चुकता करने के लिए श्रीलंका ने कहर बरपाने वाली गेंदबाजी की और फिर आतिशी बल्लेबाजी. भारत के 104 रन के मेमने से लक्ष्य को मेजबान टीम ने 16वें ओवर में ही हासिल कर लिया.

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तस्वीर: AP

रणदीव विवाद के बाद खेले गए इस मैच में श्रीलंका ने भारत को चारों खाने चित कर दिया. डे नाइट मैच को श्रीलंका ने ज्यादा लंबा नहीं खींचा. टॉस हारने के बावजूद उसने धोनी ब्रिगेड को 103 पर समेट दिया. फिर तिलकरत्ने दिलशान और महेला जयवर्धने ने आतिशी बल्लेबाजी से भारत को बौना साबित कर दिया. दोनों ने 9 ओवर में ही 79 रन जोड़ डाले. इसके बाद ईशांत शर्मा ने दो विकेट झटके, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. बस दस विकेटों की हार आठ विकेटों की हार में बदल गई.

रविवार को खेले गए इस मैच भारतीय बल्लेबाजों के चेहरे पर एक पल के लिए भी सकून नहीं दिखा. मलिंगा और कुलशेखरा की लहराती गेंदों के सामने धुरंधर बल्लेबाजी करना भूल सा गए.

पहला झटका सहवाग के रूप में लगा. पिछले मैच में शतक से चूकने वाले सहवाग इस बार सिर्फ 12 रन बना सके. छठे ओवर में सहवाग के आउट होते ही 'तू चल, मैं आता हूं' वाली कहानी शुरू हो गई. फटाक से दिनेश कार्तिक भी पैवेलियन लौटे. रोहित शर्मा का बल्ला भी खामोशी से विदा हुआ. वह सिर्फ 11 रन जोड़ सके.

13वें ओवर तक धोनी ब्रिग्रेड तीन विकेट खो चुकी थी और स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 50 रन जुड़े थे. तभी युवराज सिंह और सुरेश एंट्री हुई. युवराज ने एक छोर थामा ही था कि रैना लड़खड़ा गए. परेरा की गेंद पर वह क्रीज से आगे निकल आए, जब तक रैना वापस क्रीज पर पहुंचते विपक्षी कप्तान संगकारा गिल्लियां बिखेर चुके थे. बिल्कुल ऐसा ही हाल धोनी का भी हुआ, वह भी ऐसे आगे निकले कि सीधे पैवेलियन ही जाना पड़ा.

Mahendra Singh Dhoni Cricketspieler
नाकाम बल्लेबाजीतस्वीर: AP

टीम में अथाह मौके पाने वाले रवींद्र जडेजा एक बार फिर खाता खोले बिना लौटे. उन्होंने फिर साबित कर दिया कि जरूरत के वक्त वह दबाव झेलने में नाकाम रहते हैं. जडेजा का विकेट गिरने तक 25 ओवर फेंके जा चुके थे और स्कोर सिर्फ 77 रन था. 71 पर धोनी, 77 पर जडेजा, 77 पर प्रवीण कुमार और 80 के स्कोर पर नेहरा का विकेट गिरा.

डेंगू बुखार के बाद टीम में लौटे युवराज एक छोर पर बेबसी से तमाशा देखते रहे. बल्लेबाजों से ज्यादा अच्छी तरह युवराज का साथ ईशांत शर्मा ने दिया. ईशांत भले ही ज्यादा रन नहीं बना सके लेकिन उन्होंने अपना विकेट दान नहीं किया. ईशांत की जिद से और अतिरिक्त रनों की वजह से टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचा. भारतीय टीम की ओर से सबसे ज्यादा रन युवराज ने ही बनाए. वह 38 रन बनाकर आउट हुए.

श्रीलंका के नए गेंदबाज थिसारा परेरा ने भारत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया. अपना 10वां मैच खेल रहे परेरा ने पांच विकेट चटकाए. कुलशेखरा और मलिंगा ने दो दो विकेट बांटे.

क्रिकेट को अनिश्चितता वाला खेल कहा जाता है, लेकिन भारतीय टीम के प्रदर्शन ने इसे बेमानी साबित कर दिया है. टीम इंडिया की लचर बल्लेबाजी ने साबित कर दिया कि वह अपनी हार की कहानी पहले ही ढींढोरा पीटकर बता सकती है.

इस धमाकेदार जीत के साथ ही श्रीलंका ट्राई सीरीज के फाइनल में पहुंच गया है. भारत पर मिली प्रभावशाली जीत से टीम को बोनस अंक भी मिल गया है. फाइनल में पहुंचने के लिए अब टीम इंडिया और न्यूजीलैंड में टक्कर होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: वी कुमार

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