सात महीने बाद लौटे नडाल
६ फ़रवरी २०१३रफाएल नडाल जब चिली के कोर्ट पर उतरे तो घुटने की चोट गायब हो चुकी थी. खुआन मोनाको नाम के छोटे से टूर्नामेंट में उन्होंने जीत के साथ वापसी की. इस टूर्नामेंट को तो ज्यादा लोग नहीं जानते लेकिन यह मिट्टी पर खेला जाने वाला खेल है, जिसमें नडाल महारथी हैं. उन्होंने जीत के साथ इस बात के संकेत भी दे दिए कि भले ही वह पिछले तीन ग्रैंड स्लैम में शामिल न हुए हों लेकिन रेस से बाहर नहीं हैं.
पिछले साल विम्बलडन के दूसरे चक्र में नडाल के घुटने में चोट लगी और उन्हें बाहर होना पड़ा. इसके बाद ओलंपिक, अमेरिकी ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी उन्हें टीवी सेट के सामने ही बैठना पड़ा. उनके पहले नंबर की गद्दी पर सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने कब्जा कर लिया और दूसरा नंबर ब्रिटेन के एंडी मरे ने हासिल कर लिया. मरे ने इस बीच बिम्बलडन और अमेरिकी ओपन जीत कर टेनिस जगत में अपनी दावेदारी भी मजबूत कर ली. लेकिन सबसे बड़ी कामयाबी जोकोविच को मिली, जिन्होंने इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन में लगातार तीसरी बार खिताब जीता.
टेनिस इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में शामिल स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को सीधा मुकाबला देने वाले रफाएल नडाल थे. मौजूदा टेनिस में सिर्फ फेडरर और नडाल ही दो खिलाड़ी हैं, जिन्होंने चारों ग्रैंड स्लैम जीता है. नडाल के नाम फ्रेंच ओपन के सात खिताब और कुल 11 ग्रैंड स्लैम हैं. फेडरर को किनारे करने के बाद वह लंबे वक्त तक टेनिस के पहले नंबर के खिलाड़ी बने रहे. लेकिन पिछले साल चोट के बाद से वह कोर्ट पर नहीं उतर पाए थे.
चिली में जीत के बाद उन्होंने मीडिया के साथ लंबा वक्त बिताया. उन्होंने कहा कि खेल की बात करते हैं, "मेरा घुटना. मैंने कहा था कि इस मुद्दे पर मैं बात नहीं करना चाहता हूं. डॉक्टरों का कहना है कि यह ठीक है. इसके और खराब होने की संभावना नहीं है. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि मैं यहां खेल पा रहा हूं." हालांकि नडाल ने साफ किया कि अभी वह पूरी तरह फिट नहीं हैं, "मैं 100 प्रतिशत फिट नहीं हूं. मुझे कुछ और हफ्ते चाहिए. अगर यह दर्द करता है, तो बहुत दर्द करता है. लेकिन मैं यहां दर्द या बिना दर्द के टेनिस खेलने आया हूं."
मिट्टी के कोर्ट पर नडाल लगभग अजेय हैं. उनकी कामयाबी का प्रतिशत 93 है और 2005 के बाद से 2012 के बीच उन्होंने सिर्फ एक छोड़ सारे फ्रेंच ओपन खिताब जीते हैं, जो लाल बजरी पर खेला जाता है. वापसी के बाद नडाल के खेल को देख कर नहीं लग रहा था, जैसे वे बहुत परेशानी में हों. वे तेजी से कोर्ट पर भाग रहे थे और कुछ ताकतवर फोरहैंड शॉर्ट लगा रहे थे.
चिली के टूर्नामेंट में नडाल फेवरिट खिलाड़ी हैं. अगर वे नहीं जीतते हैं, तो फिर ब्राजील और मेक्सिको में भी मिट्टी की कोर्ट पर उन्हें टूर्नामेंट खेलना है. ये सब फ्रेंच ओपन की तैयारी का हिस्सा है. लेकिन अगर वे जीतते हैं, तो फिर दम खम के साथ वापसी कर सकते हैं. इतने दिनों तक बाहर रहने की वजह से वह रैंकिंग में फिसल कर पांचवें नंबर पर चले गए हैं लेकिन जीत के आदी नडाल के लिए पहला नंबर बहुत दूर नहीं है.
उनके कोच और चाचा टोनी नडाल का कहना है कि इस साल का फ्रेंच ओपन इम्तिहान की घड़ी होगी और यह नडाल के लिए पहले फ्रेंच ओपन जैसा साबित हो सकता है.
एजेए/एमजे (एपी, एएफपी)