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सिंगापुर में यूथ ओलंपिक आज से

१४ अगस्त २०१०

सिंगापुर में शनिवार से पहले यूथ ओलंपिक शुरू हो रहे हैं. 13 दिन चलने वाले इन खेलों की योजना इंटरनैशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) के अध्यक्ष याक रोग ने बनाई है. इनमें दुनिया भर के 3600 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे.

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तस्वीर: AP

इन खेलों की योजना 2007 में बनी. दिलचस्प बात यह है कि दुनिया के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में शामिल इन एथलीटों की उम्र 14 से 18 साल के बीच है. यूथ ओलंपिक में कुल 26 खेल होंगे. आईओसी के मुताबिक इन खेलों का मकसद नौजवानों को खेलों में हिस्सा लेने के लिए और ओलंपिक खेलों के मूल्यों को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करना है.

सिंगापुर के स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार ने आईओसी अध्यक्ष के हवाले से कहा है कि खिलाड़ियों को बहुत सी सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों में भी हिस्सा लेने का मौका दिया जाएगा ताकि उनमें तार्किक और समझदारी भरे फैसले लेने की योग्यता पैदा हो सके.

रोग ने कहा कि 205 देशों की ओलंपिक समितियों ने इन खिलाड़ियों को चुना है और ये लोग यहां दोस्ती की कीमत, प्रतिरोधक दवाओं के खतरों और स्वस्थ जीवनशैली के फायदों से परिचित होंगे. रोग चाहते हैं कि ये खेल ओलंपिक कैलंडर का उतना ही जरूरी हिस्सा बन जाएं जितना मुख्य ओलंपिक खेल होते हैं.

पहले ओलंपिक खेलों के लिए आठ शहरों के बीच हुई लड़ाई में सिंगापुर ने बाजी मारी. यह फैसला 2008 में हुआ. लेकिन इन खेलों के आयोजकों को बढ़ती लागत और नौजवानों की ठंडी प्रतिक्रियाओं से भी दो चार होना पड़ा. पहले इनकी कीमत लगभग 10 करोड़ सिंगापुर डॉलर आंकी गई, लेकिन पिछले महीने सिंगापुर की सरकार ने कहा कि अब इनकी कुल लागत 38 करोड़ सिंगापुर डॉलर से भी पार होने की आशंका है.

इतना पैसा खर्चे करने की बात पर सिंगापुर के कुछ तबकों में नाराजगी देखी गई. इंटरनेट पर इस मुद्दे पर जमकर बहस हुई और बहुत से लोगों ने इसे पैसे की बर्बादी बताया. लेकिन सरकार इस बात पर टिकी हुई है कि यूथ ओलंपिक अपनी महत्वपूर्ण विरासत देश में छोड़कर जाएगा और इसके लिए तैयार हुई सुविधाओं का फायदा सिंगापुर के सभी नागरिकों को मिलेगा.

आयोजकों को उम्मीद है कि खेलों को देखने के लिए लगभग तीन लाख 70 हजार लोग आएंगे. हर टिकट के लिए वे लोग 30 सिंगापुर डॉलर देंगे. हालांकि अभी भी आयोजकों को लोगों के उस तरह की उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है जिसकी उन्हें उम्मीद है. हाल ही में हुए कुछ सर्वेक्षण भी यही बात कहते हैं कि स्थानीय लोगों की इन खेलों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है. इसकी वजह पिछले महीने खत्म हुआ फुटबॉल वर्ल्ड कप भी है, जिसमें लोगों ने खेल का पूरा आनंद उठाया और अब वे इनसे थके हुए हैं. जब मई महीने में टिकटें न बिकने की बात सामने आई तब शिक्षा मंत्रालय ने प्राइमरी स्कूलों और जूनियर कॉलेजों के छात्रों के लिए 80 हजार टिकट खरीदे.

इसके बावजूद अधिकारी यूथ गेम्स का जमकर प्रचार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ली एच लूंग ने अपने नागरिकों से खेलों को देखने और मजा उठाने की अपील की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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