1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सोनावणे हत्याकांड में सात गिरफ्तार

२६ जनवरी २०११

महाराष्ट्र में अतिरिक्त जिला कलेक्टर यशवंत सोनावणे की हत्या के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें स्थानीय तेल माफिया से जुड़े लोगों ने जिंदा जला दिया. उनके परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है.

https://p.dw.com/p/10573
चव्हाण का वादा, तह तक जाएंगेतस्वीर: UNI

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि मंगलवार को नासिक जिले के मनमाड़ इलाके के पास हुई इस घटना की तह तक पहुंचा जाएगा. उन्होंने तेल की मिलावट में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के आदेश दिए हैं. तेल में मिलावट के कारण ही 42 वर्षीय सोनावणे की जान गई. चव्हाण ने कहा, "हम घटना की तह तक जा रहे हैं. क्या हुआ और इसके पीछे कौन है."

नासिक में मंगलवार की रात मालेगांव जिले के अतिरिक्त जिला कलेक्टर सोनावणे का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस मौके पर कई सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे. पुलिस ने कहा है कि जिन सात लोगों को इस हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है उनमें पोपट दत्तु शिंदे, राजू शिरसत, काचारू रुरोड, विकास शिंदे, सीताराम भोंसले, दीपक बोरासे और तौसीफ शेख अल्ताफ शेख शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि एक अन्य संदिग्ध कुणाल शिंदे अभी फरार है.

तेल माफिया का दुस्साहस

मामले का मुख्य संदिग्ध पोपट शिंदे भी इस घटना में जल गया और उसे नासिक के अस्पताल ने भर्ती कराया गया है. पोपट शिंदे के खिलाफ पहले भी तेल में मिलावट के दो मामले दर्ज हो चुके हैं. पुलिस के मुताबिक सोनावणे प्याज उपजाने वाले किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण चंदरार गांव की स्थिति की समीक्षा कर लौट रहे थे. तभी उन्होंने देखा कि कुछ लोग मनमाड़ के पास पनेवाड़ी में सागर ढाबे के पीछे खड़े टैंकर में मिट्टी के तेल की मिलावट कर रहे हैं. सोनावणे ने उन्हें रोका और पूछताछ की. उन्होंने पुलिस को भी बुला लिया.

बताया जाता है कि इस घटना के बाद पोपट शिंदे और तीन अन्य लोगों ने सोनावणे पर मिट्टी का तेल डाल दिया और आग लगा दी. सोनावणे की मौके पर ही मौत हो गई. पानेवाड़ी के पास इंडियन ऑइल और भारत पेट्रोलियम के तेल डिपो हैं. वहीं से टैकरों में पेट्रोल, डीजल और मिट्टी का तेल भरा जाता है.

इस बीच सोनावणे के परिवार वालों ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है. उनके एक रिश्तेदार ने कहा, "सोनावणे के निजी सहायक और ड्राइवर भी घटना के समय वहीं मौजूद थे. यह हैरानी की बात है कि सिर्फ उन्हें ही निशाना बनाया गया." उन्होंने कहा कि सोनावणे के मोबाइल फोन के रिकॉर्ड की भी जांच होनी चाहिए और उसे सीबीआई को दिया जाना चाहिए. भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के नेता और पूर्व सांसद प्रकाश अंबेडकर ने भी मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ए कुमार

संपादन: महेश झा

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें