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सौ अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वालों की जमात में क्लोज़े

३ जुलाई २०१०

दक्षिण अफ़्रीका में जर्मन फ़ुटबॉल टीम जब वर्ल्ड कप में अपना क्वार्टर फ़ाइनल मैच खेलेगी को स्ट्राइकर मीरोस्लाव क्लोज़े सौ अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों की पांत में शामिल हो जाएंगे.

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क्लोज़े का पहला गोलतस्वीर: AP

अब तक दुनिया में सिर्फ़ 8 खिलाड़ियों ने यह मुकाम हासिल किया है, जिनमें अब विघटित हो चुके पूर्वी जर्मनी के लिए खेलने वाले तीन खिलाड़ी भी शामिल हैं. हालांकि क्लोज़े जर्मनी के पूर्व कप्तान लोथार माथेउस का रिकॉर्ड कभी नहीं तोड़ पाएंगे, जिंहोंने कुल 150 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले लेकिन 108 मैचों के साथ दूसरे स्थान पर रहे युरगेन क्लिंसमन और 103 मैचों के साथ तीसरे स्थान वाले फ़्रांत्स बेकेनबावर को पीछे छोड़ने की स्थिति में हैं.

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माथेउस और क्लिंसमनतस्वीर: picture-alliance/ dpa

क्लोज़े ने टूर्नामेंट में अब तक 2 गोल किए हैं और इन दो गोलों के साथ वर्ल्ड कप में उनके गोलों की संख्या 12 हो गई है. 2006 के वर्ल्ड कप में वे 5 गोल के साथ सबसे ज़्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों में शामिल थे. वर्ल्ड कप में जर्मनी की ओर सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी गैर्ड म्युलर के साथ बराबरी करने के लिए उन्हें बस दो गोलों की ज़रूरत है.

ब्राज़ील के रोनाल्डो(15), म्युलर (14) और फ़्रांस के युस्ट फ़ोंटेन (13) ने ही वर्ल्ड कप में क्लोज़े से ज़्यादा गोल किए हैं और अगर जर्मनी इस साल के टूर्नामेंट में आगे बढ़ता है तो क्लोज़े इसी साल इन रिकॉर्डों को पीछे छोड़ सकते हैं. योआखिम लोएव की युवा टीम में पोलैंड में जन्मे 32 वर्षीय मीरोस्लाव क्लोज़े सबसे बुजुर्ग खिलाड़ी हैं.

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पत्नी सिल्विया क्लोज़ेतस्वीर: AP

क्लोज़े जर्मन प्रीमियर लीग में रिकॉर्ड चैंपियन बायर्न म्यूनिख के लिए खेलते हैं और इस सत्र में उन्होंने सिर्फ़ तीन गोल किए हैं और उन्हें अधिकांश समय सब्स्टीच्यूट बेंच पर गुज़ारना पड़ा है.

योआखिम लोएव ने टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी में अपना विश्वास दिखाया है और उसका बदला क्लोज़े ने वर्ल्ड कप के पहले मैच में अपना 50 वां गोल कर दिया. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ये मैच जर्मनी ने 4-1 से जीता. बहुत से खेल समीक्षकों का कहना था कि क्लोज़े का करियर टूर्नामेंट समाप्त होने से पहले ही समाप्त हो जाएगा, लेकिन वे स्वयं रिटायर होने को तैयार नहीं दिखते. "जब तक मेरा पांव मुझे ढोयेगा, जब तक मैं सकूंगा, फ़ुटबॉल खेलता रहूंगा." पोलैंड में जन्मे क्लोज़े 2012 में पोलैंड और यूक्रेन में होने वाले यूरोकप में भी खेलना चाहते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य