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स्पेन सस्पेंड करेगा कैटेलोनिया की सरकार

शोभा शमी
१९ अक्टूबर २०१७

स्पेन की सरकार ने कहा है कि वह संसद की एक विशेष बैठक में कैटेलोनिया की सरकार को निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू करेगी. स्पेन ने स्वतंत्रता की मांग को छो़ड़ने के लिए कैटेलोनिया को 19 अक्टूबर तक का वक्त दिया था.

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Spanien Premier Mariano Rajoy in Barcelona
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Fernande

स्पेन ने घोषणा की है कि वह कैटेलोनिया पर सीधा शासन करेगा. स्पेन से आजादी की मांग छोड़ने के लिए कैटेलोनिया के तय समय में जवाब न देने पर स्पेन ने यह फैसला लिया है. स्पेन द्वारा जारी किये गये एक बयान के मुताबिक स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राखोय की सरकार संविधान का अनुच्छेद 155 लागू करेंगे, जिसके तहत कैटेलोनिया के स्वशासन करने के अधिकार निलंबित किये जायेंगे.

स्पेन की सरकार ने कैटेलोनिया के राष्ट्रपति पुजदेमोन के एक पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि वह एक विशेष संसदीय बैठक में कैटेलोनिया पर थोड़ा या पूरा नियंत्रण लेने के बारे में फैसला करेंगे. पुजदेमोन ने स्पेन की सरकार को लिखे इस पत्र में चेतावनी दी थी कि अगर स्पेन कैटेलोनिया से कोई बातचीत नहीं करेगा तो कैटेलोनिया खुद को स्पेन से आजाद देश घोषित कर देगा. पुजदेमोन ने इस पत्र में लिखा था कि अगर स्पेन की सरकार, "बातचीत रोकेगी और अपना दबाव जारी रखेगी" तो कैटेलोनिया की संसद स्पेन से खुद को आजाद करने को लेकर वोट करेगी. 

Spanien PK Mariano Rajoy zu Katalonien
तस्वीर: Reuters/S. Perez

इस मुद्दे पर स्पेन और कैटेलोनिया के मध्य लगातार गतिरोध बना हुआ था. स्पेन ने कैटेलोनिया को 19 अक्टूबर की सुबह से पहले आजादी की मांग को छोड़ने की बात कही थी. वहीं कैटेलोनिया लगातार स्पेन से बातचीत की मांग कर रहा था. दोनों सरकारों के बीच कोई सामंजस्य स्थापित न होने और समय सीमा पार होने के बाद स्पेन ने कहा है कि वह कैटेलोनिया पर सीधे शासन करेगा.

सही साबित हुए विश्लेषक

विश्लेषकों ने पहले इसी स्थिति की आशंका जताई थी. उन्होंने कहा था कि यह तय नहीं है कि कैटेलोनिया स्पेन की सरकार का जवाब देगी या नहीं. विश्लेषकों ने यह जरूर कहा था कि कैटेलोनिया एक गंभीर समस्या में फंस गया है, क्योंकि इस बात का अंदेशा हमेशा था कि अगर पुजदेमोन कहते हैं कि उन्होंने आजादी की घोषणा की थी तो केंद्र सरकार स्थिति में दखल देगी. अगर वे कहते हैं कि उन्होंने आजादी की घोषणा नहीं की तो धुर वामपंथी पार्टी सीयूपी अल्पसंख्यक मत वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेगी. स्पेन ने कैटेलोनिया के नेता से पूछा था कि वह बतायें कि उन्होंने स्पेन से अलग होने को लेकर कैटेलोनिया में घोषणा की है या नहीं. 

इस स्थिति को लेकर लोगों में भी लगातार असमंजस बना हुआ था कि कैटेलोनिया के नेता स्पेन को क्या जवाब देते हैं? क्योंकि जनमत संग्रह के बाद 31 अक्टूबर को जब पुजदेमोन को औपचारिक रूप से संसद में स्पेन से कैटेलोनिया की आजादी की घोषणा करनी थी तो उन्होंने घोषणा करने के बजाय कहा था कि वे अगले दो सप्ताह कैटेलोनिया के बेहतर भविष्य को लेकर स्पेन से बातचीत करने की कोशिश करेंगे. 31 अक्टूबर के पुजदेमोन के भाषण के बाद लोगों के मन में यह डर भी था कि जैसी स्थिति बन रही है उसके हिसाब से हर स्थिति में स्पेन उनके विरोध में सामने खड़ा होगा.

राखोय की कूटनीति

इस मामले में लंदन की एक रिसर्च फर्म टेनेओ इंटेलिजेंस के उप निदेशक अंटोनियो बरोसो का कहना था कि स्पेन के प्रधानमंत्री राखोय के दो लक्ष्य हैं. पहला, अगर पुजदेमोन अस्पष्ट रहते हैं, तो उनका स्वतंत्रता समर्थित आंदोलन एकदम कमजोर पड़ जाएगा. दूसरा, अगर कैटेलोनिया स्वतंत्रता की घोषणा करता है तो वे अनुच्छेद 155 लागू कर देंगे.