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हर घर पहुंचे रोशनी

ईशा भाटिया४ नवम्बर २०१५

क्या दिवाली पर वाकई भारत का हर घर रोशन होता है? या ऐसे भी कुछ घर हैं, जो अमावस के अंधेरे में डूब जाते हैं? देखें वीडियो..

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Pakistan Religion Hindus in Karatschi Lampe
तस्वीर: AP

विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में हर सात में से एक व्यक्ति बिना बिजली की सुविधा के जीने पर मजबूर है. भारत की लगभग सवा अरब की आबादी में 40 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो आज भी बिना बिजली के जीवन बिता रहे हैं. एक तरफ डिजिटल इंडिया का नारा है, मार्क जकरबर्ग भारत के हर गांव तक इंटरनेट पहुंचाना चाहते हैं, तो दूसरी ओर सच्चाई यह है कि भारत के 70,000 से भी ज्यादा गांवों में साफ पानी और बिजली तक नहीं है.

भले ही बहुत से दूसरे लोगों की तरह केआर नारायणन और अब्दुल कलाम जैसे देश के राष्ट्रपतियों को भी बिजली के अभाव में बचपन में लैंप पोस्ट या लालटेन की रोशनी से ही संतोष करना पड़ा हो और उसकी की रोशनी में पढ़ना पड़ा हो लेकिन दशकों बाद आज भी यही हाल हो तो इन गांवों के बच्चे कैसे पढ़ लिख कर एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ पाएंगे? इस वीडियो में बहुत मासूमियत से भरा जवाब तो है लेकिन जो प्यारा सा समाधान यह बच्चा दे रहा है, वह पूरे देश के लिए काफी नहीं. खुद ही देखिए और अपनी राय हमसे साझा कीजिए!

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