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हिरण के हमले में किसान की मौत

१७ अप्रैल २०१९

ऑस्ट्रेलिया में पालतू हिरण ने किसान की जान ली. कोई प्राकृतिक दुश्मन न होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया में लाखों हिरण परेशानी का सबब बन रहे हैं.

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Rothirsch (Cervus elaphus)
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Naumann

ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत में हिरण ने एक किसान दंपत्ति पर हमला किया. हमला बुधवार सुबह उस वक्त हुआ जब पॉल मैकडॉनल्ड बाड़े में मवेशियों को चारा देने गए. इसी दौरान उनके छह साल के पालतू हिरण ने पॉल पर हमला कर दिया. पॉल की पत्नी मैंडी उन्हें बचाने के लिए पहुंची तो हिरण ने उन पर भी हमला कर दिया. पॉल की चोटें जानलेवा साबित हुईं और उनकी मौत हो गई. मैंडी को भी गंभीर चोटें आई हैं. घटनास्थल पर मिले हिरण को गोली मार दी गई है.

ऑस्ट्रेलिया में सन 2000 से 2013 के बीच जानवरों के हमले में इंसान की मौत को लेकर एक शोध किया गया था. 13 साल लंबे चले शोध में हिरण के जानलेवा हमले का एक भी मामला सामने नहीं आया.

वीडियो: भेड़ियों के झुंड ने पूरी फिजा बदल दी

लेकिन हिरणों की बेतहाशा संख्या अब प्रांतीय सरकार के लिए चिंता बन गई है. अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में फिलहाल हिरणों की संख्या करीब 10 लाख है. वे सार्वजनिक जगहों पर भी दिखाई पड़ने लगे हैं. उनके चलते सड़क हादसे भी हो रहे हैं और आधारभूत ढांचे को भी नुकसान पहुंच रहा है.

विक्टोरिया प्रांत में सांभर प्रजाति के हिरण सबसे ज्यादा है. सांभर हिरण की सबसे बड़ी प्रजाति है. एक वयस्क सांभर का वजन 350 किलोग्राम तक हो सकता है. भारत, दक्षिण चीन और दक्षिण पूर्वी एशिया में पाए जाने वाले सांभर ऑस्ट्रेलिया की मूल प्रजाति नहीं हैं. 19वीं शताब्दी में शिकार खेलने के शौक के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया लाया गया और बसाया गया. लेकिन कोई प्राकृतिक दुश्मन न होने की वजह से कुछ ही दशकों में सांभर की संख्या अनियंत्रित ढंग से बढ़ती चली गई.

अब स्थानीय इको सिस्टम भी इसका दबाव महसूस कर रहा है. हिरणों का झुंड नन्हे पौधों के चट कर जाता है. हिरणों की संख्या अगर नियंत्रित न हो तो पौधों को बड़ा होने का मौका नहीं मिल पाता.

(सबसे ज्यादा जंगल वाले दुनिया के देश)

ओएसजे/एके (एएफपी)