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स्वाइन फ्लू से नेता बेखबर

ईशा भाटिया२० फ़रवरी २०१५

देश में स्वाइन फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और नेता हैं कि बीमारी की अजीब-अजीब वजहें बता रहे हैं. पहले ममता बनर्जी ने कहा कि स्वाइन फ्लू मच्छर के काटने से फैलता है, तो अब मुंबई की मेयर ने इसे दिल की बीमारी बता दिया.

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Indien Schweinegrippe
तस्वीर: picture alliance/landov

भारत के एक समाचार चैनल एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में मुंबई की मेयर स्नेहल आंबेकर ने स्वाइन फ्लू को हृदय रोग कह दिया. उनके ऐसा कहने की देर थी कि ट्विटर पर #NetaBekhabar हैंडिल चल पड़ा. लोग उनकी टांग खींचने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते. मजाक मजाक में उनकी तुलना आलिया भट्ट से भी की जा रही है, जो सामान्य ज्ञान कम होने के लिए चर्चित हैं. कोई तो अपनी ट्वीट में स्नेहल आंबेकर को आलिया भट्ट की बहन बताने से नहीं चूका. मेयर ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए वे मुंबई में कई गार्डन विकसित करने की योजना रखती हैं.

आंबेकर पहली नेता नहीं हैं जिन्होंने इस मामले में अपनी कम जानकारी का उदाहरण पेश किया है. उनसे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी ऐसा कर चुकी हैं. उन्होंने शायद स्वाइन फ्लू को मलेरिया समझ लिया और यह कह गयीं कि यह बीमारी मच्छर के काटने से फैलती है. इस पर भी लोगों ने चुटकी लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कई लोगों ने ट्वीट किया कि ममता बनर्जी को पहले इंटरनेट पर बीमारी के बारे में पढ़ लेना चाहिए था. किसी ने उन्हें फ्री वाई-फाई से कनेक्ट करने की सलाह दी है, तो किसी ने गूगल के इस्तेमाल की.

इन दोनों मामलों ने इस बात पर बहस छेड़ दी है कि जिन नेताओं का काम जनता को जागरूक करना है, वे खुद ही कितने बेखबर हैं. इसी के चलते कुछ लोग सलाह दे रहे हैं कि नेताओं को पद संभालने से पहले ट्रेनिंग मिलनी चाहिए कि कोई भी बयान देने से पहले वे उस बारे में कैसे रिसर्च कर सकते हैं. कई लोगों ने इशारा चुनावी प्रक्रिया की ओर भी किया है और कहा है कि कैसे लोग खुद भी बेखबर हो कर किसी भी नेता का चयन कर लेते हैं. एक सज्जन ने तो यहां तक लिखा, शुक्र है कि इन नेताओं ने आईएस और बोको हराम को स्वाइन फ्लू का जिम्मेदार नहीं ठहरा दिया.