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हॉलीवुड में भारत की धूम

२५ अगस्त २०१०

क्या यह स्लमॉग मिलियनेयर की सफलता की बलिहारी है या पश्चिमी आउटसोर्सिंग मानसिकता? कुछ भी हो, हॉलीवुड में इन दिनों भारत के कलाकारों की धूम मची हुई है.

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तस्वीर: AP

इस समय अमेरिकी टेलीविजन के द ऑफिस, 30 रॉक, कम्युनिटी, चक, रॉयल पेन्स, द बिग बैंग थ्योरी या कवर्ट अफेयर्स जैसे लोकप्रिय कार्यक्रमों में एक दर्जन से अधिक भारतीय अभिनेता नियमित रूप से सामने आ रहे हैं. इसके अलावा अजीजी अंसारी एमटीवी मूवी अवार्डस् कार्यक्रम मे होस्ट बने, और ब्रिटेन में जन्मीं व मुंबई में पली ऐक्ट्रेस आर्चि पंजाबी को हिट ड्रामा द गुड वाइफ में काम के लिए बेस्ट सपोर्टिंग ऐक्ट्रेस का एमी अवॉर्ड मिला है.

Oscars 2009
तस्वीर: AP

एक टीवी कमेडी में तो सारे पात्र हिंदुस्तानी हैं. आउटसोर्स्ड नामक इस कमेडी में एक अमेरिकी उद्यम अपना समूचा कस्टमर सर्विस सेंटर मुंबई ले जाता है. दर्शकों के बीच यह कमेडी बहुत लोकप्रिय हुई है. चक में काम करने वाले विक सहाय का कहना है कि स्लमडॉग की सफलता के बाद हॉलीवुड में भारत के ऐक्टरों का बाजार धीरे-धीरे गर्म होता जा रहा है. और लॉस एंजिलेस के इंडियन फिल्म फेस्टिवल की कार्यकारी निदेशक क्रिस्टिना मारुदा की राय में अमेरिकी स्टूडियो में यह राय बनती जा रही है कि फिल्म में अगर भारत हो, तो बहुतेरे देशों में उसका बाजार होगा.

कॉमेडी आउटसोर्स्ड के एक्जीक्यूटिव प्रोड्युसर केन क्वापिस कहते हैं कि आउटसोर्सिंग की वजह से आज की दुनिया बहुत छोटी हो गई है. वे कहते हैं, हम ग्लोबल इकोनॉमी में रहते हैं और यह एक ग्लोबल मामला है.

कनाडा के सीसीआई एंटरटेनमेंट संस्था की वाइस प्रेसिडेंट रेखा शाह कहती हैं कि हॉलीवुड व सारे अमेरिका में यह बात समझ में आती जा रही है कि हर भारतीय सिंपसन सीरिज का अपु नहीं है. अक्सर उनके रोल में ख़ास देसी कुछ नहीं होता. चक में विक सहाय लेस्टर पटेल की भूमिका में थे. उन्हें चुनने के बाद पटेल नाम जोड़ा गया. कहानी में वह किसी भी देश का हो सकता था.

लॉस एंजेलेस की एंटरटेनमेंट कंपनी फेनोमेनन के सीईओ कृष्ण मेनन की राय में इसका नाता इस बात से भी है कि भारत एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है. वे कहते हैं, जब ऐसा होता है, सभी शाखाओं में आपकी इज्जत बढ़ जाती है. एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को भी उसका ख्याल रखना पड़ता है. और मारुदा कहते हैं, यह जनसंख्या का सवाल है, जिसे अब नजरंदाज नहीं किया जा सकता.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: एस गौड़