2013 के चर्चित व्यक्ति
धर्म, राजनीति, समाज सेवा और व्यापार जगत हर मोर्चे पर कुछ उल्लेखनीय कदम उठाकर इन शख्शियतों ने 2013 को अपने नाम किया.
पोप फ्रांसिस
अमेरिकी साप्ताहिक पत्रिका टाइम्स ने कैथोलिक गिरजे के प्रमुख पोप फ्रांसिस को 'पर्सन ऑफ द इयर' घोषित किया है. दक्षिण अमेरिका से आने वाले पहले पोप ने कैथोलिक गिरजे में सुधारों की उम्मीद जगाई है. 77 साल के पोप अपनी सादगी भरी जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं.
एडवर्ड स्नोडेन
स्नोडेन ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी एनएसए और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों की दुनिया भर में होने वाली जासूसी का भंडाफोड़ किया. इन मामलों के सामने आने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद उठ खड़ा हुआ. स्नोडेन ने अमेरिका से भागकर रूस में शरण ली है.
प्रिंस जॉर्ज
प्रिंस विलियम और प्रिंसेज केट की पहली संतान प्रिंस जॉर्ज दुनिया में आने से पहले ही खबरों में थी. शाही परिवार के नए सदस्य का नाम जॉर्ज अलेक्जैंडर लुई रखा गया है. ये शाही बच्चा अपने दादा प्रिंस चार्ल्स और पिता प्रिंस विलियम के बाद राजगद्दी का तीसरा वारिस होगा.
मलाला यूसुफजई
सिर्फ 16 साल की उम्र में पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई को यूरोपीय संघ के प्रतिष्ठित सखारोव मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया. लड़कियों की शिक्षा का समर्थन करने के लिए उन्हें तालिबान ने पिछले साल गोली मार दी थी.
सतीशी नाकामोतो
बिटकॉइंस ने इस साल एक लोकप्रिय डिजिटल मुद्रा के रूप में जगह बनाई है. उसे बनाने वाले शख्स सतीशी नाकामोतो की पहचान अब भी एक रहस्य है. इसका इस्तेमाल निवेश और ऑनलाइन खरीदारी के लिए तो होता ही है, अमेरिका में एटीएम जैसी मशीनों से डॉलर देकर बिटकॉइंस खरीदा जा सकता है.
मैरी बर्रा
51 वर्षीय मैरी बर्रा दुनिया भर में किसी भी ऑटो कंपनी की पहली महिला सीईओ बनने जा रही हैं. बर्रा ने 18 साल की उम्र में जनरल मोटर्स में नौकरी शुरू की थी. इस साल जनरल मोटर्स की सीईओ बनना औरतों और ऑटो सेक्टर दोनों के विकास में एक मील का पत्थर साबित हुआ है.
व्लादिमीर पुतिन
व्लादिमीर पुतिन का रूस की राजनीति में पिछले 12 सालों से दबदबा बरकरार है. फोर्ब्स पत्रिका की दुनिया के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों की सूची में पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को पछाड़ते हुए सबसे ऊपर स्थान बनाया है.
शी जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति घरेलू राजनीति में माओवादी रुख अपना रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर आर्थिक सुधारों पर भी ध्यान दे रहे हैं. अमेरिका और सोवियत संघ के बाद चीन चांद पर अंतरिक्ष यान 'चांग ई-3' उतारने वाला दुनिया का तीसरा देश बन गया है.