बाइडेन के सत्ता संभालने के 100 दिन, बोले अमेरिका कभी हार नहीं मानता
अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि "अमेरिका नए सिरे से आगे बढ़ रहा है" और महामारी पर काबू पाने की कगार पर है.
सत्ता संभालने के पहले 100 दिन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 28 अप्रैल को कांग्रेस को दिए अपने पहले संयुक्त संबोधन में कहा कि उन्हें पहले 100 दिन में सदी की सबसे खतरनाक महामारी और दशक के सबसे खराब आर्थिक संकट से सामना हुआ और अब अमेरिका एक बार फिर से आगे बढ़ने लगा है. उन्होंने कहा, "अमेरिका फिर से उभर रहा है." उन्होंने दावा किया कि देश कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के करीब है.
कोरोना के खिलाफ लड़ाई
जब बाइडेन ने राष्ट्रपति का पद संभाला, तो अमेरिका में कोरोना की स्थिति बहुत खराब थी. देश में लाखों लोग संक्रमित थे. मौत के आंकड़े बढ़ रहे थे. बाइडेन ने सत्ता संभालते ही एक टास्क फोर्स का गठन किया. इसके साथ संघीय कार्यालयों में मास्क पहनना अनिवार्य किया और टीकाकरण को गति दी.
"अमेरिकी अर्थव्यवसथा को तेजी से आगे बढ़ाने का समय"
बाइडेन ने अर्थव्यवस्था पर कहा कि अमेरिका को वापसी के लिए और अधिक करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, "हम बेहतर तरीके से वापसी करेंगे." उन्होंने करों का भुगतान न करने के लिए कॉरपोरेटों को फटकार लगाते हुए कहा कि उनकी संपत्ति वैश्विक महामारी के दौरान आसमान छू गई. उन्होंने अमेरिकी कंपनियों से अपने करों का उचित हिस्सा देने का आग्रह किया और कम आय वाले समूहों पर कर नहीं बढ़ाने का वादा किया.
बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कदम
बुनियादी सुविधाओं में सुधार के लिए बाइडेन के पास 4 ट्रिलियन डॉलर की योजना है. सड़कों, पाइपलाइनों, पुलों सहित सभी बुनियादी ढांचे में सुधार और मरम्मत की जाएगी. इंफ्रास्ट्रक्चर पर पैसा खर्च करने का मतलब है नौकरियां पैदा करना, जिससे अर्थव्यवस्था ठीक हो जाएगी.
न्यूनतम मजदूरी
बाइडेन ने कांग्रेस से आह्वान किया कि वह प्रति घंटा वेतन को 15 डॉलर करे. उन्होंने कहा , "सप्ताह में 40 घंटे काम करने वाले किसी को भी गरीबी रेखा से नीचे नहीं रहना चाहिए."
"अमेरिका कभी हार नहीं मानता"
अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में दिए गये अपने पहले भाषण में बाइडेन ने कहा, "अमेरिका उड़ान भरने के लिए तैयार है," उन्होंने कहा, "हम फिर से काम कर रहे हैं और सपने देख रहे हैं, फिर से खोज कर रहे हैं और फिर दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं. हमने एक-दूसरे को और पूरी दुनिया को दिखाया है-अमेरिका कभी हार नहीं मानता."
चीन के साथ संबंध
डॉनल्ड ट्रंप जब राष्ट्रपति थे तब अमेरिका और चीन के संबंधों में गिरावट दर्ज की गई. बाइडेन सत्ता संभालने के बाद से ही चीन के साथ अच्छे संबंध बनाना चाह रहे हैं. पिछले दिनों चीन और अमेरिका ने आमने-सामने बातचीत की है. हालांकि, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर और अधिक आरोप लगाए हैं. बाइडेन का कहना है कि अमेरिका, चीन और रूस के साथ युद्ध में नहीं जाएगा लेकिन अमेरिका के हितों की रक्षा करना है.