1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाज

नेपाल में बाल विवाह से तबाह होती जिंदगियां

१६ जनवरी २०२०

नेपाल दुनिया के उन देशों शामिल है जहां आज भी बड़े पैमाने पर बाल विवाह हो रहा है. सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कम उम्र में बच्चों की शादियां नहीं रुक रही हैं.

https://p.dw.com/p/3WHUq
Symbolbild- Kinderehe
तस्वीर: picture-alliance/F. Bienewald

नेपाल में कम उम्र में कई लड़कियां भागकर शादी कर रही हैं. कई प्रेम के चक्कर में ऐसा कर रही हैं तो कई घरेलू काम से बचने के लिए ऐसा कर रही हैं लेकिन यही आगे चलकर इन लड़कियों के सामने गंभीर चुनौती पैदा कर रही है. वे खराब सेहत से लेकर घरेलू हिंसा की शिकार हो रही हैं.

आशा चारती कारकी नामकी एक किशोरी ने अपने अभिभावकों से कहा कि वह पढ़ने के लिए बाहर जा रही है लेकिन उसने इसी बहाने अपने प्रेमी के साथ भाग कर शादी ली. यह नेपाली किशोरों-किशोरियों में अपनी पसंद से शादी करने के कई मामलों में से एक है. नेपाल के सुर्खेत जिले में अपने घर पर कारकी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "हमारे बारे में गांव में कई तरह की अफवाहें थीं और इस कारण घर पर मेरा झगड़ा हो गया था. मुझे लगा कि मेरे पास भागने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है."

दुनिया में सबसे अधिक बाल विवाह नेपाल में होते हैं, हालांकि इस प्रथा पर 5 दशक पहले रोक लगा दी गई थी. नेपाल में शादी की कानूनी उम्र 20 साल है. जनसांख्यिकी स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2016 के मुताबिक 25 से 49 वर्ष के बीच की कोई 50 फीसदी नेपाली महिलाएं ऐसी हैं जिनकी शादी 18 वर्ष पूरा होने के पहले हो गई थी.

रूढ़िवादी देश में शादी पारंपरिक रूप से माता-पिता द्वारा तय की जाती हैं. कई अभिभावक सांस्कृतिक कारणों और गरीबी के चलते लड़के-लड़कियों की शादी समय से पहले कर देते थे. इस तरह की शादी घट रही हैं. लेकिन बाल अधिकार कार्यकर्ताओं की चेतावनी है कि कम उम्र के किशोरों में भागकर शादी करने के मामले बढ़ रहे हैं. भागकर शादी करने वाले इसे "लव मैरिज" बताते हैं.

कन्या बाल विवाह के खिलाफ वैश्विक अभियान के तहत 2014 में 'गर्ल्स नॉट ब्राइड नेपाल' के सर्वे के मुताबिक ऐसी एक तिहाई शादियां युवा जोड़ों द्वारा की गईं और इस चलन में बढ़त देखने को मिल रही है. 'गर्ल्स नॉट ब्राइड नेपाल' के आनंद तमांग कहते हैं, "यह प्रथा हमारे और सरकार दोनों के लिए चुनौती है. हम मां-पिता को समझा सकते हैं लेकिन छोटे लड़के और लड़कियां जब अपनी पसंद की शादी करते हैं तो उन्हें समझाना कठिन है."

तमांग का कहना है कि स्वैच्छिक बाल विवाह अब भी वही चुनौती पेश करते हैं जिसमें स्कूल से नाम कट जाना, घरेलू हिंसा और स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं. साथ ही वह इस बात को भी जोड़ते हैं कि अगर एक बार लड़की घर से भाग जाती है तो उसे परिवार का समर्थन मिलना बंद हो जाता है. शादी के बाद कारकी ने भी स्कूल जाना छोड़ दिया. घर के काम और परिवार की जिम्मेदारी इतनी बढ़ गई कि कारकी स्कूल जाने के बारे में दोबारा सोच नहीं पाई. कुछ दिन बाद ही पता चला कि वह गर्भवती है. कारकी कहती हैं, "मैं सिर्फ 16 साल की थी, मेरे साथ क्या हो रहा था इस बात को मैं समझ नहीं पाई."

Nepal Kinderheirat Mädchen
नेपाल में शादी की आधिकारिक उम्र 20 साल है.तस्वीर: Jane Mingay/Girls Not Brides

'छोटी उम्र बड़ी भूल'

दो साल की बेटी को गोद में खिलाते हुए कारकी कहती है, "मैंने अपने माता-पिता से झूठ बोला, लेकिन मैं वास्तव में अपने और अपने भविष्य के साथ धोखा कर रही थी." उम्र के पहले गर्भवती होने से कारकी को स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां पेश आईं. कारकी कहती हैं, "मैं जब अपने दोस्तों को देखती हूं तो सोचती हूं कि अगर मैंने शादी नहीं की होती तो कहां होती."

नेपाल सरकार ने बाल विवाह को 2030 तक समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति तैयार की है, जिसके तहत बाल विवाह करने पर जेल और जुर्माना होगा. सरकार भी मानती है कि कार्यक्रम तभी सफल होगा जब समस्या की जड़ों से निपटा जाए. कुछ लड़कियां सिर्फ संभावित जबरन शादी से बचने के लिए भाग जाती हैं या फिर गरीबी से परेशान होकर या फिर घर के काम से छुटकारा पाने के लिए.

ग्रामीण नेपाल में किशोरों के बीच प्रेम संबंध को सामाजिक रूप से अस्वीकार्य माना जाता है, युवा जोड़ों को लगता है कि भाग कर शादी करने से उनके रिश्तों को मान्यता मिल जाएगी. इस बीच, कम उम्र में होने वाले प्रेम विवाह शायद ही कभी अधिकारियों को रिपोर्ट किए जाते हैं. परिवार तभी मामले की शिकायत करते हैं जब शादी अंतर-जातीय होती है और उन्हें मंजूर नहीं होती है.

नेपाल सरकार के महिला और बाल  विकास मंत्री कृष्ण प्रसाद भुसाल कहते हैं, "सबसे जरूरी चीज शिक्षा है. यह जरूरी है कि वे समझें कि यौन रूप से सक्रिय होने का मतलब यह नहीं है कि लड़कियां शादी के लायक हो गई हैं." कारकी को उम्मीद है कि वह अपनी आपबीती दूसरों के साथ साझा कर उनकी मदद कर पाएगी. कारकी ब्रिटिश एनजीओ के प्रोग्राम का हिस्सा हैं. वह "बड़ी दीदी" की भूमिका में अन्य लड़कियों की मदद करती हैं. बड़ी दीदी के रूप में कारकी ने 17 साल की आराधना नेपाल को शादी तोड़कर स्कूल लौटने के लिए मनाया. आराधना की शादी सही नहीं चल रही थी और उसका पति उसके साथ अभद्र बर्ताव करता था. आराधना सिर्फ 13 साल की थी जब उसने भागकर शादी कर ली थी. आराधना कहती है, "वह एक गलती थी, शादी से बाहर आकर मेरी जिंदगी बच गई."

एए/आरपी (एएफपी)

__________________________

हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी