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समाज

शोध: 2020 में चीन में कोयले से बनी बिजली में बढ़त

३० मार्च २०२१

एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि चीन में पिछले साल कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय उछाल दर्ज की गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ही जी20 का अकेला देश था जहां कोयला उत्पादन में वृद्धि देखी गई.

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तस्वीर: Getty Images/K. Frayer

ऊर्जा और जलवायु अनुसंधान समूह एम्बर की तरफ से प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक चीन ने 2020 में दुनिया की कुल कोयला-आधारित बिजली का 53 फीसदी से अधिक उत्पादन किया. इसमें 2015 के बाद से नौ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. लंदन स्थित समूह के "2021 ग्लोबल इलेक्ट्रिसिटी रिव्यू" में चीन कोयला आधारित बिजली उत्पादन में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाने वाला जी20 का अकेला देश था. यह छलांग चीन में पवन और सौर ऊर्जा में प्रभावशाली उत्पादन दर्ज करने के बावजूद कोयले से बिजली उत्पादन में वृद्धि देखी गई. एम्बर के आंकड़ों के मुताबिक चीन में साल 2020 में पवन ऊर्जा से 71.7 गीगावट और 48.2 गीगावाट बिजली सौर ऊर्जा से पैदा की गई.

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तस्वीर: Paul Trummer/TravelLightart/picture-alliance

कोयले से बिजली में दुनिया भर में रिकॉर्ड गिरावट

थिंक टैंक के शोध में यह भी पाया गया कि 2019 से 2020 तक दुनिया भर में रिकॉर्ड मात्रा में कोयले से बिजली उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई. कोयले से बिजली उत्पादन को ऊर्जा के सभी स्रोतों में से सबसे प्रदूषित माना जाता है. हालांकि यह गिरावट अधिकतर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण हुआ. विश्लेषण के मुताबिक अक्षय ऊर्जा प्रणालियों के विकास के बावजूद 2015 की तुलना में 2020 में उत्सर्जन की दर भी अधिक थी.

इस साल की शुरुआत में चीन ने कोयले पर अपनी निर्भरता को कम करने और 2030 से पहले जलवायु के लिए खतरनाक ग्रीनहाउस गैस को काबू में करने का वादा किया था. चीन 2060 तक "कार्बन तटस्थ" देश बनने का लक्ष्य बना रहा है. रिपोर्ट के लेखकों में से एक मुई यांग कहते हैं, "चीन एक बड़े जहाज की तरह है, जिसे अलग दिशा में मुड़ने में समय लगता है."

लेकिन स्वच्छ ऊर्जा को तेज गति से अपनाने के बावजूद चीन मांग में वृद्धि को पूरा करने के लिए पर्याप्त रूप से असमर्थ है. डाटा से पता चला है कि पिछले साल चीन की बिजली की खपत में वृद्धि का केवल आधा हिस्सा अक्षय ऊर्जा से मिला. जिस तरह से चीन ने पिछले साल जीवाश्म और अक्षय ऊर्जा-आधारित क्षमता को बिजली उत्पादन के लिए जोड़ा है, उसी तेजी के साथ ब्रिटेन ने दुनिया के किसी भी अन्य क्षेत्र के मुकाबले में तेजी के साथ कोयले के इस्तेमाल को तेज गति से कम किया.

एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)

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