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राजनीतिसंयुक्त राज्य अमेरिका

डॉनल्ड ट्रंप पर अपराधिक मामले में मुकदमा चलेगा

३१ मार्च २०२३

डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति या भूतपूर्व राष्ट्रपतियों में पहले ऐसे शख्स बन गये हैं जिन पर आपराधिक मामले में मुकदमा चलेगा. ट्रंप पर एक पोर्न स्टार को चुपके से पैसे देने के मामले में मुकदमा चलेगा.

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डॉनल्ड ट्रंप को ग्रैंड ज्यूरी ने पोर्नस्टार को पैसे देने का दोषी करार दिया है
टेक्सस में समर्थकों की रैली को संबोधित करते डॉनल्ड ट्रंपतस्वीर: Nathan Howard/AP/picture alliance

अपने शुरुआती कारोबारी दिनों से ही डॉनल्ड ट्रंप हमेशा लोगों की चर्चा के केंद्र में रहना चाहते हैं. अब एक बार फिर उन्हें चर्चा में आने का एक बड़ा कारण मिल गया. गुरुवार को ग्रैंड ज्यूरी ने उन्हें 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक पोर्नस्टार को चुपके से पैसे देने के मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है.  

इससे पहले कभी किसी अमेरिकी राष्ट्रपति को पद पर रहते या उसके बाद किसी अपराध के लिए मुकदमा नहीं चला था. अमेरिका की राजनीति में जो आदमी कभी राष्ट्रपति था वह 2024 में दोबारा राष्ट्रपति बनने की कोशिश करते हुए आपराधिक मुकदमे का भी सामना करेगा. जाहिर है कि इस दौरान वह अमेरिकी राजनीति को एक नये मकाम पर ले जायेगा.

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चौंकाने में माहिर ट्रंप

अपने लाखों समर्थकों के लिए 76 साल के डॉनल्ड ट्रंप एक ऐसे  शख्स हैं जिन्होंने 2016 की चौंकाऊ जीत के साथ सारे प्रतिमान तोड़ दिये हालांकि इसके साथ ही देश के बहुत से लोगों के लिए ट्रंप ने अमेरिका को भी तोड़ दिया. 2017 में शुरु हुई रिपब्लिकन नेता की पारी 2021 में भारी उठापटक के साथ खत्म हुई जब ट्रंप ने जो बाइडेन से मिली हार को स्वीकार करने से मना कर दिया. भड़के हुए उनके समर्थकों ने संसद में घुस कर भारी उत्पात मचाया.

 ट्रंप के समर्थक और आलोचक दोनों बड़ी संख्या में हैं
मैनहटन की ग्रैंड ज्यूरी ने ट्रंप को दोषी करार दिया हैतस्वीर: Vanessa Carvalho/ZUMA/picture alliance

राष्ट्रपति रहते हुए डॉनल्ड ट्रंप ने छोटे मोटे से लेकर बुनियादी चीजों तक को बदल डाला. यहां तक कि पूर्व राष्ट्रपति के रूप में भी राजनीति के अखाड़े में उनकी मौजूदगी धुर दक्षिणपंथी रिपब्लिकनों के बीच अपना दबदबा बनाये हुए है.  कानूनी पचड़ों में फंसे डॉनल्ड ट्रंप ने 2020 के चुनावी झूठों को और आगे बढ़ा करक पार्टी के मिडटर्म चुनावों में प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाया. ट्रंप का  समर्थन पाने वाले कई उम्मीदवारों को चुनाव में जनता ने नकार दिया. हालांकि इन सब बातों से बेपरवाह ट्रंप ने 2024 के लिए अखाड़े में अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटे हैं.

बार बार लौट आते है ट्रंप

बीते साल गर्मियों में जब अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई नेफ्लोरिडा में ट्रंप के मार आ लागो विला की तलाशी  ली तो वहां व्हाइट हाउस के कई सारे खुफिया दस्तावेज मिले. उनके विरोधियों को लगा कि इसके साथ अब ट्रंप का दौर खत्म हो जायेगा. हालांकि ट्रंप ने इनकी जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया और आरोप लगाया कि उन पर अत्याचार किया जा रहा है. उनके खिलाफ मुकदमे उनकी संभावित वापसी को बड़ा धक्का पहुंचायेगी. हालांकि ट्रंप के कट्टर समर्थकों के लिए यह बात कोई मायने नहीं रखती कि उन्होंने पोर्नस्टार स्टॉर्मी डैनियल्स को उनसे रिश्ते छिपाने के लिए पैसे दिये.

ट्रंप से पहले किसी अमेरिकी राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति को अपराधी करार ननीं दिया गया
ट्रंप के समर्थक उन्हें अगला राष्ट्रपति बनते देखना चाहते हैंतस्वीर: Rebecca Blackwell/AP/picture alliance

टेक्सस में उनके एक समर्थक ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "हर राष्ट्रपति की प्रेमिका रही है तो फिर उनकी क्यों नहीं?" डॉनल्ड ट्रंप अपने ऊपर लगने वाले आरोपों को लगातार राजनीतिक अत्याचार की संज्ञा देते आये हैं. ग्रैंड ज्यूरी का फैसला आने के तुरंत बाद जारी संदेश में ट्रंप ने इसे, "राजनीतिक अत्याचार और इतिहास में सबसे उच्च स्तर की राजनीतिक दखलंदाजी" कहा. उनका यह भी दावा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए यह दांव उल्टा पड़ेगा.

जवाबी हमला करते हैं ट्रंप

2016 में डॉनल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में पहुंचने की संभावनाओं पर कई अमेरिकी लोगों को सचमुच हंसी आती थी लेकिन फिर भी उन्होंने दिग्गज उम्मीदवार हिलैरी क्लिंटन को शिकस्त दे दी. डेमोक्रैट सांसदों ने जब दो बार उनके खिलाफ महाभियोग की प्रक्रियाशुरू की तो ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने उनका साथ दिया और दोनों ही मौकों पर वह बच निकले.

यह सारे मामले किसी आम राष्ट्रपति को डुबोने का माद्दा रखती हैं. एक पोर्नस्टार के साथ अदालती लड़ाई और उनके वकील को जेल में डाल दिये जाने के बाद ट्रंप के बयानों में और ज्यादा आक्रामकता आई है. पत्रकारों को उन्होंने "जनता का दुश्मन" तो खुफिया सेवाओं और एफबीआई को उन्होंने "डीप स्टेट" कह कर उनकी आलोचना की है. संसद में विरोधियों को वो "पागल" और विश्वासघाती करार देते हैं. 2012 में ट्रंप ने ट्वीट किया था, "जब कोई मुझ पर हमला करता है तो मैं हमेशा जवाबी हमला करता हूं ...बस यह 100 गुना ज्यादा होता है."

दुनिया के मंच पर भी ट्रंप का यही हाल रहा है. ट्रंप ने अमेरिका के सहयोगियों को गलाकाट कारोबारी रिश्ते में बदल दिया. दक्षिण कोरिया और जर्मनी जैसे देशों पर भी उन्होंने "लूटने" का आरोप लगाया. अमेरिका के दुश्मनों और चीन जैसे प्रतिद्वंद्वियों के साथ बातचीत नाटकीय अंदाज में हुई जिसमें ट्रंप ने खुद को किसी सितारे की तरह पेश करने की कोशिश की.

डॉनल्ड ट्रंप चर्चा में बने रहते हैं
ट्रंप के विरोधियों के पास भी मुद्दों की कमी नहीं हैतस्वीर: Selcuk Acar/AA/picture alliance

अनोखी शख्सियत

2016 के पहले वह रियलिटी टीवी शो में निभाये किरदार, आलीशान इमारतों और गोल्फ रिसॉर्ट विकसित करने और अपनी फैशन मॉडल बीवी के वजह से मशहूर रहे. हालांकि विशेषज्ञ राजनेता के रुप में ट्रंप के उभार और लोकतांत्रिक संस्थाओं को बस दीवारों में कैद रखने वाले देशों के तानाशाहों के बीच समानता देखते हैं.

सत्ता में बने रहने के लिए संविधान में बदलाव का ट्रंप मजाक उड़ाया करते थे. हालांकि 2020 के चुनावों के नतीजों में जब उन्हें हार मिली तो वो हत्थे से उखड़ गये. ट्रंप ने चुनाव के तुरंत बाद कहा, "अगर आप वैध वोटों को गिनें तो मैं आसानी से जीत जाउंगा." अमेरिकी इतिहास में लोकतंत्र के लिए यह ऐतिहासिक चुनौती थी जिसका चरम लोगों ने 6 जनवरी को हुई हिंसा में देखा.

कुल मिला कर ट्रंप ने बीते सालों में अपनी एक अनोखी पहचान बनाई है. उनका हर कदम पिछले प्रतिमानों को ध्वस्त कर देता है. हर बार जब लोगों को लगता है कि ट्रंप का दौर चला गया वो किसी ना किसी वजह से चर्चा में वापस आ जाते हैं. 

एनआर/सीके (एएफपी)