जंगल की आग एक लाख लोगों को खा गई
इंडोनेशिया जंगल की आग को लेकर अकसर अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में रहता है. इससे पूरे दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में स्वास्थ्य और पर्यावरण से जुड़ी समस्याएं होती हैं.
आग से मरे एक लाख लोग
एक अध्ययन से पता चलता है कि इंडोनिशिया में पिछले साल गैर कानूनी तौर पर जंगल काटने और उन्हें जलाए जाने के कारण एक लाख लोग मारे गए हैं जबकि पांच लाख लोग बीमारी का शिकार हुए हैं.
आर्थिक नुकसान
ये अध्ययन अमेरिका की हावर्ड और कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने किया है. इसके मुताबिक जंगल की आग के कारण पिछले साल इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था को 16 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है.
करोड़ों प्रभावित
जंगल की आग से सीधे तौर पर प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या 15 करोड़ है जो इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर में रहते हैं.
कहां कितने मरे
स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक जंगल की आग के दुष्परिणामों के कारण इंडोनेशिया में 91,600 लोग मारे गए हैं जबकि मलेशिया में 6,500 और सिंगापुर में 2,200.
नाकामी
नासा को गोडार्ड इंस्टीट्यूट से जुड़े पर्यावरण विज्ञानी रॉबर्ट फील्ड कहते हैं कि चौकाने वाली बात ये है कि ऐसी आग को रोकने के लिए सही समय पर सही कदम नहीं उठाए जाते हैं.
घास-फूस
विश्व बैंक का कहना है कि 2015 में आग झेलने वाली 26 करोड़ हेक्टेयर की जमीन में एक तिहाई हिस्सा तेजी से आग पकड़ने वाले घास-फूस का था.
चेतावनी सिस्टम
विशेषज्ञों का कहना है कि आग की रोकथाम के लिए एक वॉर्निंग सिस्टम तैयार करना होगा. इंडोनेशिया की सरकारी एजेंसियों का कहा है कि वो इस दिशा में काम कर रही हैं.