क्या कहती है आपकी ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट
कोरोना दौर में लगातार लोगों के ब्लड टेस्ट हो रहे हैं. लेकिन टेस्ट की रिपोर्ट में क्या लिखा होता है, यह सबकी समझ में नहीं आता. यहां आसान भाषा में समझें खून की जांच को.
कैल्शियम
यह शरीर के सभी अंगों के लिए जरूरी है. अगर खून में कैल्शियम की ज्यादा मात्रा हुई तो यह बीमारी का संकेत है.
CO2
शरीर के मेटाबॉलिज्म फंक्शन और पीएच बैलेंस को मापता है.
एल्केलाइन फॉस्फेटस
यह लिवर और पोषक तत्वों का अनुपात का सूचक है.
ALT(एलेनीन एमीनोट्रांसफेरेस)
यह लिवर की सेहत का मापने वाला आंकड़ा है.
एल्बुमिन
यह रक्त में प्रोटीन की मात्रा बताता है.
AST (एसपरटैट एमीनोट्रांसफेरेस)
यह किडनी और लिवर का स्टेटस बताता है.
क्लोराइड
शरीर में विषैले तत्वों और एल्केलोसिस/ऐसिडोसिस का मापक है.
क्रेआटिनिन
किडनी फंक्शनिंग का मापक है.
सोडियम
शरीर में हाइड्रेशन स्टेट्स की जानकारी देता है. शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइड्स की कमी होने से नसों पर ज्यादा दबाव पड़ता है.
ग्लूकोज टेस्ट
डायबिटीज की जांच करता है और शरीर में इंसुलिन के फंक्शन का संकेत देता है.
पोटेशियम
शरीर के फ्लूइड बैलेंस की जानकारी देता है.
BUN (ब्लड यूरिया नाइट्रोजन)
यह हृदय और किडनी के कामकाज को दर्शाता है.
टोटल बिलिरुबिन
लीवर की सेहत बताता है. इसी जांच से पीलिया का भी पता चलता है.
टोटल प्रोटीन
किडनी और लीवर से जुड़ी बीमारियों के इंफेक्शन को मापता है.