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दक्षिण कोरिया और कई कंपनियों ने भारत से मांगी माफी

९ फ़रवरी २०२२

कुछ बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा सोशल मीडिया पर कश्मीर की आजादी के समर्थन में संदेश साझा करने के बाद भारत में तेज राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई है. यहां तक कि दक्षिण कोरिया की सरकार को माफी मांगनी पड़ी है.

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ट्विटर पर संदेश के बाद कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भारत से माफी मांगनी पड़ी
ट्विटर पर संदेश के बाद कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भारत से माफी मांगनी पड़ीतस्वीर: Hans Lucas/imago images

पहले दक्षिण कोरियाई कार कंपनी ह्यूंदै और फिर अमेरिकी फास्ट फूड चेन केएफसी को भारत से माफी मांगनी पड़ी. वजह थी उनकी पाकिस्तानी शाखा द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए संदेश जिनमें कश्मीर की आजादी का समर्थन किया गया था. ह्यूंदै से शुरू हुआ यह बवाल कई बड़ी कंपनियों को अपने चपेटे में ले चुका है.

पाकिस्तान से उठा मुद्दा

कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान में है जिसे ‘पाकिस्तानी कश्मीर कहा जाता है.' हर साल 5 फरवरी को भारत के हिस्से वाले कश्मीर में रह रहे लोगों के प्रति समर्थन जताने के लिए राष्ट्रीय दिवस मनाता है. इस साल 5 फरवरी को इस मौके पर पाकिस्तान स्थित कई सोशल मीडिया हैंडल से कश्मीर की आजादी के संदेश पोस्ट किए गए.

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ये संदेश पोस्ट करने वालों में दुनिया की कई बड़ी कंपनियां भी शामिल थीं, मसलन दक्षिण कोरिया की ह्यूंदै और अमेरिका की केएफसी. ह्यूंदै की पाकिस्तानी शाखा ने ट्विटर पर लिखा, "आओ, अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदान को याद करें और आजादी के लिए उनके संघर्ष में उनका साथ दें.”

भारत में इस संदेश पर तीखी प्रतिक्रिया हुई. पहले ट्विटर पर लोगों ने ह्यूंदैई कंपनी की आलोचना की, जिसके बाद कंपनी ने एक बयान भी जारी किया. इस बयान में कंपनी ने इस ट्वीट से दूरी बनाते हुए कहा कि यह संदेश कंपनी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा नहीं किया गया था.

ह्यूंदै ने कहा कि यह ट्विटर अकाउंट कंपनी के पाकिस्तानी साझीदार का है. बयान में कहा गया, "इस अनाधिकृत सोशल मीडिया गतिविधि से भारत के लोगों को जो चोट पहुंची है, उसके लिए हमें गहरा खेद है.”

कूटनीति तक पहुंचा बवाल

मामला यहीं नहीं थमा. भारत ने दक्षिण कोरिया की सरकार से इसकी सफाई मांग ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष से इस बारे में बात की और ‘तीखी नाराजगी' जताई. विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसके दक्षिण कोरिया स्थित राजदूत ने सियोल स्थित कंपनी के मुख्यालय से भी इस बारे में सफाई मांगी.

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक बयान जारी कर कहा कि दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग वी-यॉन्ग ने घटना पर खेद जताया है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री चुंग ने "भारत के लोगों और सरकार को सोशल मीडिया पोस्ट से जो आघात पहुंचा है, उस पर खेद जताया.”

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भारत की संसद में भी यह मामला उठा. शिव सेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पर सवाल पूछा. मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने संसद को बताया कि दक्षिण कोरियाई कंपनी को ‘ज्यादा सावधान' रहने को कह दिया गया है.

कई कंपनियों ने मांगी माफी

पाकिस्तान स्थित कई अन्य कंपनियों ने भी ऐसे ही ट्वीट और फेसबुक पोस्ट साझा किए थे. केएफसी के अलावा पिज्जा हट और डॉमिनोज ने भी 5 फरवरी की छुट्टी को मनाने वाले संदेश लिखे थे. इस कारण भारतीय सोशल मीडिया पर इन कंपनियों के बहिष्कार की मांग होने लगी.

बाद में ये पोस्ट डिलीट कर दी गईं और कई कंपनियों ने माफी भी मांगी. केएफसी की भारतीय शाखा ने सोमवार को एक ट्वीट में लिखा था कि देश के बाहर के कुछ सोशल मीडिया चैनलों पर साझा संदेश का उसे पछतावा है. केएफसी ने लिखा, "हम भारत का मान और सम्मान करते हैं और सभी भारतीयों की गर्व से सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

हाल के दिनों में कश्मीर की आजादी के समर्थक लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े अभियान चलाने में कामयाब रहे हैं. पिछले महीने एक संस्था ने लंदन में भारतीय सेना प्रमुख और गृह मंत्री के खिलाफ शिकायत कर दी थी, जिसे दुनियाभर में सुर्खियां मिली थींं. 

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वीके/एए (रॉयटर्स, एए)

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