उत्तर कोरिया अब भी बना रहा है परमाणु केंद्र
२७ जून २०१८उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने 12 जून को सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ ऐतिहासिक शिखर वार्ता की. इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण पर सहमति बनी.
किम जोंग उन ने इस बारे में अपनी पूरी वचनबद्धता दोहराई. लेकिन सिंगापुर की बैठक इस तरह की कोई स्पष्ट रूपरेखा तैयार करने में नाकाम रही कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों को खत्म करने का काम कब शुरू होगा.
ट्रंप का दावा है कि यह प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. पिछले दिनों उन्होंने कहा, "पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण होगा, जो कि पहले ही शुरू भी हो चुका है." लेकिन उपग्रह से मिली तस्वीरें कुछ और ही कहानी बयान करती हैं.
एक विश्वसनीय वेबसाइट 38 नॉर्थ की रिपोर्ट में इन्हीं तस्वीरों के आधार पर दावा किया गया है कि उत्तर कोरिया के मुख्य योंगब्योन परमाणु केंद्र पर न सिर्फ काम चल रहा है बल्कि वहां बुनियादी ढांचे से जुड़ा निर्माण कार्य भी हो रहा है.
वेबसाइट की रिपोर्ट में कहा गया है, "21 जून को मिली व्यावसायिक उपग्रह की तस्वीरों से संकेत मिलता है कि योंगब्योन परमाणु विज्ञान शोध केंद्र में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने का काम बहुत ही तेजी से चल रहा है."
रिपोर्ट में उत्तर कोरिया के यूरेनियम संवर्धन प्लांट में काम चालू होने के साथ साथ वहां कई नए निर्माण होने की बात भी कही गई है, जिनमें इंजीनियरिंग ऑफिस और परमाणु रिएक्टर वाली इमारत तक ले जाने वाली सड़क भी शामिल है.
ये हैं बीते 80 साल की सबसे अहम मुलाकातें
लेकिन रिपोर्ट यह भी कहती है कि "परमाणु केंद्र में काम जारी रहने को परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर उत्तर कोरिया की वचनबद्धता से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए". हो सकता है कि उत्तर कोरिया की सरकार की ओर से कोई स्पष्ट आदेश मिलने तक परमाणु कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों को अपना काम जारी रखने को कहा गया हो.
मई में उत्तर कोरिया ने अपने इकलौते परमाणु परीक्षण स्थल पुंगगेई-री दो उड़ा दिया. इसी जगह पर उत्तर कोरिया ने छह परमाणु परीक्षण किए. सिंगापुर में होने वाली बैठक से पहले नेकनियती का संकेत देने के लिए उत्तर कोरिया ने परीक्षण स्थल को नष्ट किया था.
दूसरी तरफ, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पोए उत्तर कोरिया के साथ ज्यादा बातचीत पर जोर दे रहे हैं ताकि परमाणु निरस्त्रीकरण का खाका तैयार किया जा सके, लेकिन अभी तक किसी तारीख की घोषणा नहीं हुई है कि ये बातचीत कब होंगी.
सिंगापुर में किम के साथ मुलाकात के बाद ट्रंप ने घोषणा की थी कि "अब उत्तर कोरिया की तरफ से कोई परमाणु खतरा नहीं है". लेकिन ट्रंप की बयानबाजी और जमीनी हालात के बीच खाई को देखते हुए उनके प्रशासन ने उत्तर कोरिया के खिलाफ एक दशक से लगे प्रतिबंधों को आगे बढ़ा दिया.
एके/आईबी (एएफपी)
कोरिया को बांटने वाली जंग