सरकार की महिला पर्यटकों को सलाह, रात में स्कर्ट न पहनें
२९ अगस्त २०१६भारत ने विदेश से आने वाली महिला सैलानियों को सलाह दी है कि रात में स्कर्ट पहनकर बाहर न निकलें. पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा संभावित अपराध से विदेशी पर्यटकों को सावधान करने के लिए किया गया है.
विदेशी पर्यटकों और खासकर महिला पर्यटकों के लिए यह सलाह आई है भारत के संस्कृति मंत्री महेश शर्मा की ओर से. उनके मंत्रालय की ओर से टूरिस्टों के लिए 'क्या करें, क्या न करें' की एक सूची जारी की गई है. शर्मा ने बताया, "जब टूरिस्ट एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं तो उन्हें एक वेलकम किट दी जा रही है. इसमें एक कार्ड है जिस पर लिखा है कि क्या करें और क्या न करें. इसमें ऐसे निर्देश हैं मसलन अगर वे किसी छोटे शहर में हैं तो अकेले न घूमें, स्कर्ट न पहनें. अगर किसी कार से जा रहे हैं तो उसके नंबर प्लेट की फोटो लें और किसी दोस्त को भेज दें."
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महेश शर्मा ने अपनी बात में यह विशेष तौर पर जोड़ा कि भारत एक सांस्कृतिक देश है. उन्होंने कहा, "मंदिर में हमारे यहां अलग तरह के कपड़े पहनते हैं. तो आप कपड़े पहनते वक्त यह बात जहन में रखें."
शर्मा ने यह बात तब बताई जब एक कार्यक्रम में एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि आगरा में पर्यटकों की सुरक्षा के क्या प्रबंध हैं. उनके सुझाव पर पत्रकार ने वापस सवाल किया कि क्या वह पर्यटकों के लिए किसी ड्रेस कोड की बात कर रहे हैं, तो मंत्रीजी ने सफाई दी, "हम उन्हें नहीं बता रहे हैं कि क्या पहनें और क्या ना पहनें. हम बस इतना कह रहे हैं कि जब वे बाहर जाएं तो सावधान रहें. हमें किसी के पहनावे या सोच को बदलने का कोई अधिकार नहीं है."
लेकिन इस सफाई से पहले तीर कमान से निकल चुका था. और सोशल मीडिया पर जवाबी हमले भी शुरू हो चुके हैं. लोगों ने इस बात को लेकर महेश शर्मा पर तीखी टिप्पणियां कीं. दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए मंत्रीजी से अपील की कि वह ऐसी सलाहें देकर देश का अपमान न करें. हालांकि बाद में महेश शर्मा ने एक और सफाई दी. उन्होंने कहा कि वह तो बस मंदिरों में पहनावे को लेकर बात कर रहे थे.
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भारत में रेप की खबरें यूं भी विदेशी पर्यटकों को डराती रही हैं. दिसंबर 2012 में हुए रेप के बाद तो महिला पर्यटकों की संख्या में लगातार कमी देखी गई है. घटना के तुरंत बाद तो पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट हुई ही, सिर्फ महिला पर्यटकों की संख्या भी 35 फीसदी तक घट गई थीं. 2013 में हालांकि थोड़ा सुधार हुआ और 11.6 फीसदी की बढ़त हुई लेकिन 2014 में यह बढ़त भी घट गई. 2014 में महिला पर्यटकों की संख्या में सिर्फ 9.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इस दौरान पर्यटकों की संख्या तो 10 फीसदी बढ़ी लेकिन महिला पर्यटकों की संख्या गिरती रही है. महिला पर्यटकों के साथ होने वाली आपराधिक घटनाओं ने भी इस पर बुरा असर डाला है. 2015 में ही विदेशी महिला पर्यटकों के साथ अपराध की 384 घटनाएं हुईं. इनमें से सबसे ज्यादा 135 घटनाएं राजधानी दिल्ली में हुईं. गोवा में 66 और उत्तर प्रदेश में 64 अपराध हुए.
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