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तुर्की के लिए उड़ान भरने से डर गया जर्मन पायलट?

जेफरसन चेस
२५ जुलाई २०१७

पिछले दिनों दक्षिणी जर्मनी में एक एयरपोर्ट पर फंसे रहे यात्रियों ने कहा कि उनकी फ्लाइट को इसलिए रद्द कर देना पड़ा क्योंकि पायलट तुर्की के लिए उड़ान भरने को तैयार नहीं था. हालांकि एयरलाइन ने इस बात से इनकार किया है.

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Deutschland Treffen von Eurowings und Flugbegleitern bringt keine Annäherung
तस्वीर: picture alliance/dpa/O. Berg

फ्लाइट 4U2904 को श्टुटगार्ट से अंकारा के लिए उड़ान भरनी थी. लेकिन उसे रद्द कर दिया गया. बताया जाता है कि ऐसा पायलट की "राजनीतिक चिंताओं" के कारण किया गया. सोशल मीडिया पर यूरोविंग्स एयरलाइन के काउंटर पर नाराज खड़े लोगों की फोटो पोस्ट की गयीं. फ्लाइट कैंसल होने से यात्रियों में गुस्सा था और हालात को नियंत्रित करने के लिए एयरपोर्ट पुलिस को बुलाया गया.

देर रात डेढ़ बजे एयरलाइन की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि चालक दल के एक सदस्य के अचानक बीमार पड़ जाने की वजह से फ्लाइट को रद्द करना पड़ा. डीडब्ल्यू को एयरलाइन की तरफ से भेजे गये ईमेल में भी इसी बात को दोहराया गया है. इसके मुताबिक, "यूरोविंग्स फ्लाइट 4U2904 को एक पायलट के बीमार पड़ जाने की वजह से रद्द करना पड़ा. क्योंकि यह ऐन वक्त पर हुआ, इसलिए दुर्भाग्य से यह संभव नहीं था कि उसकी जगह किसी दूसरे पायलट को लगाया जा सके." एयरलाइन का कहना है कि इस महीने उसने 55 बार तुर्की के लिए उड़ान भरी है और सिर्फ इसी एक उड़ान को रद्द किया गया है.

Facebook Screenshot - Eurowings
तस्वीर: Facebook/Ilhami Dede‎

इस पूरे घटनाक्रम से प्रभावित लोग अलग ही कहानी बयान करते हैं. एक यात्री के भाई ने बताया कि एयरलाइन के एक कर्मचारी ने बताया कि उड़ान को पायलट की राजनीतिक चिंताओं के चलते रद्द किया गया. एक अन्य यात्री ने जर्मनी के सरकारी टीवी चैनल एआरडी को बताया कि उसे भी ऐसा ही बताया गया था.

ऐसे में, कई लोग यूरोविंग्स एयरलाइन का बहिष्कार करने की अपील भी कर रहे हैं. हाल में ही इस्लाम धर्म कबूल करने वाले एक राजनीतिक कार्यकर्ता ने फेसबुक पर लिखा, "यह बात अब माननी होगी कि इन कदमों का निशाना सिर्फ तुर्की नहीं है, लेकिन यूरोपीय संघ में रह रहे तुर्क लोग भी हैं." उसने लिखा, "उठिए और ऐसी कंपनियों का बहिष्कार करिये."

हाल के दिनों तुर्की में पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जेल में डाले जाने के बाद जर्मन सरकार ने तुर्की को लेकर अपनी ट्रैवल एडवायजरी में बदलाव किया था. इसके मुताबिक तुर्की जाने पर जर्मन नागरिकों को "जोखिम" उठाने पड़ सकते हैं. यूरोविंग्स जर्मनी एयरलाइंस लुफ्थांसा की सहायक कंपनी है. लुफ्थांसा के पायलट को अधिकार है कि वे खुद को काम करने की स्थिति में ना पा रहे हों तो वे अपने आपको उड़ने के लिए अनफिट घोषित कर सकते हैं.