जंगली पेड़ों के विलुप्त होने का खतरा
बॉटनिक गार्डन कंजर्वेशन इंटरनेशनल (बीजीसीआई) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की लगभग एक तिहाई वृक्ष प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा है, जबकि सैकड़ों जंगली पेड़ विलुप्त होने के कगार पर हैं.
जंगली पेड़ों की प्रजातियों पर खतरा
स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स ट्रीज रिपोर्ट के मुताबिक खेती के लिए वनों की सफाई जंगली पेड़ों की प्रजातियों के खात्मे के लिए सबसे बड़ा कारण है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पेड़ों को विलुप्त होने से रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है.
पेड़ों की 17,500 प्रजातियां खतरे में
पांच साल के अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि पेड़ों की 17,500 प्रजातियां खतरे में हैं, जो खतरे में पड़े स्तनधारियों, पक्षियों, उभयचरों और सरीसृपों की संयुक्त संख्या से दोगुना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जंगली पेड़ों की प्रजातियों के विलुप्त होने से पारिस्थितिकी तंत्र के ढहने का खतरा पैदा होता है.
और किन वजहों से जोखिम में पेड़
रिपोर्ट में खेती के अलावा लकड़ी के लिए पेड़ों की कटाई, पशुपालन और आवासीय या वाणिज्यिक विकास को भी जंगली पेड़ों के विलुप्त होने का अहम कारण बताया गया है.
सबसे अधिक जोखिम
सबसे अधिक जोखिम वाले पेड़ों में मैगनोलिया सहित डिप्टैरोकार्पस पेड़ शामिल हैं जो आमतौर पर दक्षिण पूर्व एशिया के वर्षावनों में पाए जाते हैं. ओक के पेड़, मेपल के पेड़ और आबनूस भी इसी तरह का जोखिम का सामना कर रहे हैं.
पारिस्थितिकी तंत्र में भूमिका
पेड़ प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन करने में मदद करते हैं और ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं. एक पेड़ की प्रजाति के विलुप्त होने से कई अन्य पेड़ों को नुकसान पहुंच सकता है.
ब्राजील में सबसे अधिक
रिपोर्ट में पाया गया है कि पेड़ों की प्रजातियों की विविधता के लिए दुनिया के शीर्ष छह देशों में पेड़ों की हजारों किस्मों के विलुप्त होने का खतरा है. सबसे बड़ी संख्या ब्राजील में है, जहां 1,788 प्रजातियां खतरे में हैं.
"प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़"
दुनिया के कई हिस्सों में पेड़ एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के स्तंभ हैं. उनके बिना अन्य पौधे, कीड़े, पक्षी और स्तनधारी जीवित रहने के लिए संघर्ष करते हैं. इसके अलावा इंसानों के लिए पेड़ सीधे मददगार होते हैं. ऑक्सीजन उत्पादन, निर्माण के लिए लकड़ी, आग के लिए ईंधन, दवा और भोजन के लिए सामग्री इन पेड़ों से ही मिलती है.
"पेड़ों को मदद की जरूरत"
बॉटनिक गार्डन कंजर्वेशन इंटरनेशनल के महासचिव पॉल स्मिथ ने एक बयान में कहा, "यह रिपोर्ट दुनिया भर के सभी लोगों को जगाने वाली है और यह बताती है कि पेड़ों को मदद की जरूरत है."