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स्वीडन में क्यों है अजान देने पर हंगामा?

११ मई २०१८

यूरोपीय देश स्वीडन में अजान की अनुमति दिए जाने को लेकर विवाद हो रहा है. आम चुनाव से चंद महीने पहले इस मुद्दे पर राजनेताओं और जनता में विभाजन साफ दिखाई पड़ता है.

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Symbolbild Moschee in Schweden
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Wiklund

स्वीडन के दक्षिणी शहर वेक्सयो में पुलिस ने एक मस्जिद को इजाजत दी है कि वह जुमे की नमाज के लिए अजान दे सकती है. यह अनुमति एक साल के लिए मान्य है. लेकिन कई राजनेताओं को चिंता है कि इस फैसले के कारण सांस्कृतिक तनाव बढ़ेगा, जबकि अन्य राजनेता इस बारे में तटस्थ रुख अपनाने की कोशिश कर रहे हैं. स्वीडन में सितंबर में आम चुनाव होने हैं.

वेक्सयो में सिटी काउंसिल की अन्ना तान्ये का कहना है, "अजान से शहर में एकीकरण मजबूत नहीं होगा बल्कि इससे शहर के दो हिस्सों में बंटने का जोखिम पैदा हो जाएगा." लेकिन स्वीडन के सोशल डेमोक्रेट प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन का कहना है कि अलगाव को खत्म करने के साथ साथ आपको बेरोजगारी से भी निपटना होगा और यह भी सुनिश्चित करना होगा कि स्कूल बनाए जाएं और आपके आसपास उच्च मानक हों. उन्होंने समाचार एजेंसी टीटी से बातचीत में कहा, "स्वीडन में पूरा समाज अलग अलग धर्मों को लेकर बना है."

स्वीडन में मार्च में कराए गए एक सर्वे में हिस्सा लेने वाले 60 फीसदी लोगों ने कहा कि वे अजान पर प्रतिबंध चाहते हैं. वहीं पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि वेक्सयो शहर में मस्जिद को अनुमति होगी कि वह हर शुक्रवार को तीन मिनट 45 सेकंड तक अजान दे सके. इस फैसले का विरोध करने वाली क्रिश्चियन डेमोक्रिट पार्टी की नेता एब्बा बुश कहती हैं, "लोगों को अपने घरों में अजान नहीं सुनाई देनी चाहिए."

पुलिस का कहना है कि मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज एक निश्चित स्तर से ज्यादा रखने की अनुमति नहीं होगी, ताकि आसपास रहने वाले लोग उससे परेशान न हो. पुलिस का कहना है कि यह फैसला धर्म के आधार पर नहीं बल्कि कानून व्यवस्था के नियमों के अनुसार लिया गया है.      

वेक्सयो स्वीडन का तीसरा शहर है जहां मस्जिद को अजान देने की अनुमति दी गई है. इससे पहले राजधानी स्टॉकहोम के उपनगरीय इलाके की मस्जिद के अलावा देश के दक्षिणपूर्वी हिस्से में स्थित मस्जिद को ऐसी अनुमति दी जा चुकी है.

वेक्सयो में मुस्लिम समुदाय के प्रवक्ता अवदी इस्लामी का कहना है कि उनकी मस्जिद में हर साल हजारों लोग आते हैं. वह मस्जिद की आजान की तुलना चर्च की घंटियों से करते हैं. उन्होंने टीटी को बताया, "हमारा समाज अलग है. इसलिए अपने आपको मजबूत बनाने के लिए हमें अंतरों के बारे में सोचना होगा." यह जानना मुश्किल है कि स्वीडन में कुल कितने मुसलमान रहते हैं लेकिन धार्मिक समुदायों से जुड़ी स्वीडन की एजेंसी उनकी संख्या चार लाख बताती है.

स्वीडन में भी दक्षिणपंथी मजबूत हो रहे हैं. ताजा सर्वेक्षणों में उनके लिए 20 प्रतिशत समर्थन बताया गया है. सितंबर में होने वाले चुनावों में मुख्य मुद्दे स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और आप्रवासन होंगे. 2012 में स्वीडन में शरण के चार लाख आवेदन आए, जो अनुपात के हिसाब से यूरोप में सबसे ज्यादा है.

एके/ओएसजे (एएफपी)