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हथियार डालने का सवाल ही नहीं, कहा यूक्रेन ने

२१ मार्च २०२२

यूक्रेन ने रूस की “भयानक मानवीय त्रासदी” की चेतावनी को खारिज करते हुए कहा है कि मारीउपोल में आत्मसमर्पण का कोई सवाल पैदा नहीं होता. रूस ने यूक्रेन को सोमवार तक का समय दिया था.

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यूक्रेन के मारीउपोल से निकलते लोग
यूक्रेन के मारीउपोल से निकलते लोगतस्वीर: Maksim Blinov/SNA/IMAGO

यूक्रेन ने कहा है कि मारीउपोल में उसकी सेनाएं रूस के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगी. यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री एरेना वेरेश्चुक के हवाले से समाचार एजेंसी उक्रानिष्का प्रावदा ने लिखा है कि आत्मसमर्पण करने, हथियार डालने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. वेरेश्चुक ने कहा, "इस बारे में हमने रूसी पक्ष को सूचित कर दिया है.”

इससे पहले रूस ने मारीउपोल में लड़ रही यूक्रेनी सेना से हथियार डालने को कहा था. रूस ने कहा था कि वहां एक "भयानक मानवीय त्रासदी” के हालात बन रहे हैं. शहर का बिजली-पानी और अन्य सप्लाई बंद कर दी गई है और वहा हजारों आम लोग फंसे हुए हैं.

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को पोलैंड के दौरे पर जा रहे हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बताया कि वह पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेय डूडा के साथ द्विपीक्षीय बैठक भी करेंगे. साकी ने कहा, “राष्ट्रपति इस बात पर विमर्श करेंगे कि अपने बाकी सहयोगियों और साझीदारों के साथ अमेरिका किस तरह मानवीय और मानवाधिकार संकट में मदद कर सकता है जो रूस के यूक्रेन पर बिना उकसावे के हमले से पैदा हुआ है.”

पुतिन को संदेश देने के लिए बाइडेन और शी की बातचीत

लड़ाई जारी है

रूस ने कहा था कि जो लोग हथियार डाल देंगे उन्हें निकलने का सुरक्षित रास्ता दिया जाएगा और सोमवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे से मानवीय गलियारे खोल दिए जाएंगे.

बंदरगाह शहर मारीउपोल में रूसी हमले ने सबसे ज्यादा गोलाबारी झेली है. शहर के चार लाख निवासियों में से कम ही बचकर निकल पाए हैं और बहुत से लोग थोड़े-बहुत खाना और पानी के साथ घिरे हुए नगर में फंसे हुए हैं. क्षेत्रीय गवर्नर पावलो किरिलेंको ने कहा कि रविवार को भी वहां लड़ाई जारी रही.

मुसीबत में घिरे यूक्रेन को सांसें देने वाला रास्ता

उप प्रधानमंत्री वेरेश्चुक ने कहा कि रविवार को मानवीय गलियारों से सात हजार से ज्यादा लोग निकाले गए जिनमें से आधे सिर्फ मारीउपोल से थे. उन्होंने कहा कि सरकार सोमवार को वहां लगभग 50 बसें भेजेगी ताकि और लोगों को निकाला जा सके. रूस और यूक्रेन ने समझौतों के तहत विभिन्न शहरों से आम नागरिकों को सुरक्षित रास्ता देने के लिए मानवीय गलियारे घोषित किए हैं लेकिन दोनों ही एक दूसरे पर इन गलियारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते रहे हैं.

यूक्रेन की इस्राएल से गुहार

इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की विभिन्न देशों से मदद मांगने का सिलसिला जारी है. नई कोशिश के तहत उन्होंने वीडियो लिंक के जरिए इस्राएल की संसद को संबोधित किया और मिसाइल रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने की अपील की. रविवार को अपने संबोधन में उन्होंने इस्राएल की यूक्रेन को रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने की अनिच्छा पर सवाल उठाया.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने की शांति वार्ता की अपील

जेलेंस्की खुद एक यहूदी हैं. यहूदी राष्ट्र इस्राएल को संबोधन में उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि आपके मिसाइल डिफेंस सिस्टम सर्वोत्तम हैं. और आप निश्चित रूप से हमारे लोगों की मदद कर सकते हैं, यूक्रेनियों की जानें बचा सकते हैं, यूक्रेनी यहूदियों की जानें बचा सकते हैं.”

अकेले एक हजार किलोमीटर का सफर करने वाला यूक्रेनी बच्चा

बाद में अपनी रोजाना की वीडियो अपील में जेलेंस्की ने इस्राएली प्रधानमंत्री नफ्थाली बेनेट की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करने और मध्यस्थता की कोशिश करने के लिए प्रशंसा भी की. उन्होंने कहा, "बेनेट बातचीत के लिए रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे हैं. हम इन कोशिशों के लिए आभारी हैं ताकि कभी ना कभी रूस के साथ बातचीत शुरू हो सके, संभवतया यरूश्लम में. अगर संभव है तो वह शांति हासिल करने के लिए सटीक जगह है.”

वीके/सीके (रॉयटर्स, एएपपी)

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