अनोखे दुर्लभ जीव
हमारी धरती ऐसे अनोखे औऱ शानदार जीवों से भरी पड़ी है जो अब भी दुनिया के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं. हाल में पता लगे कुछ ऐसे ही जीवों को देखिए जो हमारी जानकारी की सीमाओं को लगातार बढ़ा रहे हैं.
हुडविंकर सनफिश
अटपटी सी आकृति वाली 2 मीटर चौड़ी यह मछली कैलिफोर्निया के समुद्र तट पर फरवरी 2019 में बह कर आई थी जिसे देख स्थानीय लोग हैरान रह गए. बाद में पता चला कि यह दुर्लभ हुडविंकर सनफिश है जिसे 2017 तक आधिकारिक रूप से पहचाना नहीं जा सकता था. यह सिर्फ न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण गोलार्द्ध में ही पाई जाती है. बीते 130 सालों में यह पहली बार उत्तरी गोलार्द्ध में नजर आई.
हेडलेस चिकन सी मोन्स्टर
गहरे सागर में तैरने वाले सी क्यूकंबर को हेडलेस चिकन सी मोन्स्टर ही कहा जाता है. इसका असल नाम एनीपनियास्टेस एक्सीमिया है. इसकी 2018 में पूर्वी अंटार्कटिका में तस्वीर ली गई. इसके पहले मेक्सिको की खाड़ी में ही इसे कैमरे में कैद किया जा सकता था. ज्यादातर सी क्यूकंबर अपना समय सागर तल पर बिताते हैं लेकिन कुछ जीव अपने दिन सागर की लहरों पर गुजारते हैं और सिर्फ खाने के लिए तल में जाते हैं.
वैलेस जायंट बी
यह कोई आम मधुमक्खी नहीं है. इसे पिछली बार 38 साल पहले देखा गया था. 1.5 इंच की इस विशालकाय मक्खी को आखिरकार वैज्ञानिकों ने इंडोनेशिया के जंगलों में ढूंढ निकाला, यह ग्लोबल वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन की मोस्ट वांटेड 25 जीवों की सूची में भी है. इसके जबड़े भले ही डरावने दिख रहे हों लेकिन यह मक्खी भी बाकी मक्खियों की तरह मकरंद और पराग को ही पसंद करती है.
जायंट स्क्विड
यह जीव वैज्ञानिकों को कई दशकों से लुभाता रहा है. 2004 में पहली बार जीवित जायंट स्क्विड की तस्वीर ली गई. ऊपर दिख रही तस्वीर पहले वीडियो फुटेज से निकाली गई है. यह वीडियो इसके प्राकृतिक आवास में 2013 में बनाई गई थी. हमें अब भी नहीं पता कि यह कितना बड़ा हो सकता है. इसका सबसे बड़ा आकार 13 मीटर दर्ज किया गया है.
सूअर जैसी नाक वाला चूहा
2015 में वैज्ञानिकों ने आधिकारिक रूप से इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में इस नए स्तनधारी जीव की खोज की पुष्टि की थी. सूअर जैसी नाक के कारण इसका नाम हॉग नोज्ड रैट रखा गया है हालांकि इस नाक की क्या उपयोगिता है अभी यह साफ नहीं है. इसके पास चमगादड़ जैसे दांत हैं हालांकि यह मुख्य रूप से केंचुए और झींगुरों के लार्वा को ही अपना आहार बनाता है.
नियोपाल्पा डोनाल्डट्रंपी
इस छोटे से कीड़े को दक्षिणी कैलिफोर्निया में 2017 में खोजा गया. हालांकि इसके पोंछे जैसी नारंगी बालों ने इसे मीडिया में शोहरत दिलाई. इसके बाल अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के हेयरस्टाइल से मेल खाते हैं. यही वजह है कि इसे यह नाम मिला. दुखद यह है कि इस कीड़े का आवास मेक्सिको के बाजा कैलिफोर्निया राज्य तक फैला है जिसे ट्रंप की प्रस्तावित दीवार बांटने वाली है.
सी टोड
इस अनोखे जीव को ढूंढने के लिए समुद्र तल से बढ़िया कोई जगह नहीं हो सकती. ऑस्ट्रेलिया के कोरल सी के बेहद गहरे इलाके में एक खोज के दौरान 2009 में इसकी तस्वीर खींची गई. समुद्र तल में विचरण करने वाली यह मछली आंगलरफिश परिवार की है. इसके मुंह के अगले हिस्से में हल्की रोशनी निकलती है जिनसे यह अपने शिकार को ढूंढ लेती है.
सियाफिला सुगिमोटोई
मुमकिन है कि यह कोई जीव ना हो लेकिन जापान में 2017 में इस अनोखे पौधे की खोज ने दुनिया भर के लोगों में दिलचस्पी पैदा की. यह उन दुर्लभ पौधों में है जिन्होंने प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को त्याग दिया है. पौधे इसके ही जरिए अपना भोजन बनाते हैं. यह पौधा अपने परपोषी फफुंद की जड़ से अपना पोषण लेता है जैसे कि मशरूम. जापान में इस पर काफी खोज की गई है और इस अप्रत्याशित खोज को बेहद खास बना दिया है.
केव ड्वेलिंग बीटल
2018 में चीन के गुआंगशी प्रांत में खास तरह के झींगुर मिले हैं. इसके लंबे गठे शरीर में दुर्बल हाथ पैर और आंखों या पंखों का ना होना इसे उन जीवों की कतार में ला खड़ा करता है जो अंधेरे में अपना जीवन विकसित करते हैं. इन्हें कंवर्जेंट इवॉल्यूशन भी कहा जाता है.
टार्टीग्रेड
अतिसूक्ष्म टार्टीग्रेड को विज्ञान जगत 1777 से ही जानता है लेकिन 2018 में जापान के पार्किंग लॉट में एक नया जीव मिला. एक रिसर्चर ने कंक्रीट पर उभरी काई को खींच कर अलग किया और उसे लैब में ले गए. व्यावहारिक रूप से इन्हें तोड़ा नहीं जा सकता और इसके साथ ही एक अलग जीव की खोज हुई जो अपने पूर्वजों से बिल्कुल अलग था.